भिवंडी पालिका प्रशासन के खिलाफ आक्रामक हुए मजदूर संघटना ने निकाला मोर्चा

भिवंडी।। भिवंडी पालिका के ट्रेड यूनियनों की सयुक्त कमेटी ने दिवाली से पहले श्रमिकों को बोनस अनुदान के रूप में 15 हजार 500 रुपये देने की मांग की थी। किन्तु पालिका प्रशासन के प्रशासक एवं आयुक्त अजय वैद्य ने कुछ चुनिंदा ट्रेड यूनियनों के साथ बैठक कर 13 हजार 500 रूपये दीवाली बोनस देने की घोषणा की। इस दरम्यान बैठक में अनेक ट्रेड यूनियन को नही बुलाया गया। जिसके विरोध में आज गुरूवार सुबह ही लेबर फ्रंट मजदूर यूनियन सहित मनसे महानगर पालिका मजदूर संगठना एवं अखिल भारतीय मजदूर कांग्रेस संगठना के सदस्यों व मजदूरों ने लेबर फ्रंट मजदूर यूनियन के अध्यक्ष एडवोकेट किरण चन्ने के नेतृत्व में प्रांत कार्यालय तक मोर्चा निकाला और इस मोर्चे में पालिका प्रशासन सहित पालिका आयुक्त के खिलाफ नारेबाजी की गई।

एडवोकेट किरण चन्ने ने बताया कि पिछले वर्ष बजट में 4 करोड़ 75 लाख रुपये का प्रावधान किया गया था और धर्मार्थ अनुदान के रूप में 11 हजार 100 रुपये दिये गये थे, लेकिन इस बार बजट में 6 करोड़ रुपये का प्रावधान करते हुए 14 हजार 200 रुपये दिया जाना था। किन्तु कर्मचारी संगठनों ने इस बार पालिका के 4225 कर्मचारियों के 1 हजार रूपये बढ़ोतरी कर 15 हजार 200 रुपये  देने की‌ मांग किया था। वही पर उन्होंने कुछ जनप्रतिनिधियों पर मजदूरों को फंसाने का आरोप भी लगाया। किरण चन्ने ने मुख्यमंत्री को दिए ज्ञापन में चेतावनी दी है कि अगर प्रशासन हमारी मांगे पूरी नहीं करती तो दीवाली के दिन हड़ताल करेंगे। जिसकी सारी जबावदारी आयुक्त की होगी। इस अवसर पर संतोष साल्वी, जितेन्द्र जाधव, राजू चव्हाण, संतोष चव्हाण आदि पदाधिकारी उपस्थित थे।

रिपोर्टर

संबंधित पोस्ट