
भिवंडी लोक सभा सीट कांग्रेस का जीत का दावा हो सकता है फेल
- महेंद्र कुमार (गुडडू), ब्यूरो चीफ भिवंडी
- Dec 20, 2023
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गुटबाजी के कारण शहर की कार्यकारिणी है भंग
भिवंडी।। आगामी कुछ दिनों में लोकसभा का चुनाव होने वाला है। इसके लिए सभी पार्टियां तैयारी में जुट गई है और अपने अपने क्षेत्रों में कार्यकर्ताओं को तैयार रहने के लिए संकेत भी जारी कर दिये है। किन्तु भिवंडी शहर की कांग्रेस कार्यकारिणी भंग होने से कांग्रेस पार्टी को एक बार फिर लोकसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ सकता है लेकिन कांग्रेस पार्टी के प्रदेश महासचिव राजेश शर्मा गत दिनों भिवंडी लोक सभा सीट के लोकसभा चुनाव को लेकर बैठक मंथन के दरमियान कांग्रेस का पलड़ा भारी होने का दावा ठोका है। यह दावा कितना खरा उतरेगा। इस आंकड़े से अनुमान लगाया जा सकता है।
आंकड़ों के मुताबिक भिवंडी कृषि उत्पादन बाजार समिति के चुनाव में बीजेपी ने 18 में से 10 सीटें जीतीं जबकि कांग्रेस को 8 सीटों पर संतोष करना पड़ा। वही पर भिवंडी तालुका के 16 ग्राम पंचायतों के चुनाव में 12 ग्राम पंचायतों पर भाजपा ने परचम लहराया। एक - एक ग्राम पंचायत पर शिंदे व ठाकरे गुट ने विजय हासिल किया है। इसके आलावा कांग्रेस पार्टी केवल 2 ग्राम पंचायतों पर जीत हासिल कर सकी है।
इसके साथ ही 2 महीने पहले कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने भिवंडी शहर कांग्रेस कार्यकारिणी की आंतरिक गुटबाजी के कारण शहर की कार्यकारिणी बर्खास्त कर दिया है। केवल पूर्व विधायक रशीद ताहिर का अध्यक्ष पद बरकरार रखा है। इसके साथ नाना पटोले के एक सप्ताह के भीतर नई कार्यकारिणी घोषित करने के आश्वासन दिया था किन्तु लगभग दो महीने बीत जाने के बाद भी नई कार्यकारिणी का गठन नहीं किया गया।भिवंडी पूर्व व पश्चिम विधानसभा सीट पर सपा और एएमआईएम के बढ़ते जनाधार से कांग्रेस पार्टी के कई पूर्व पदाधिकारी, नगरसेवक अपना खेमा बदलने के लिए तैयार है।
इसी तरह 2019 लोकसभा चुनाव के आंकड़ों के मुताबिक बीजेपी के कपिल पाटिल को 52.95 फीसदी मतदान यानी 5 लाख 23 हजार 583 वोट मिले जबकि कांग्रेस आघाडी के उम्मीदवार सुरेश टावरे को 37 फीसदी यानी कुल 3 लाख 67 हजार 254 वोट मिले थे। जिसके कारण कांग्रेस पार्टी को दूसरी बार हार का सामना करना पड़ा था।
लोक सभा चुनाव के बाद विधानसभा का चुनाव 2019 में संपन्न हुआ था। भिवंडी लोक सभा के 6 विधानसभा सीटों में से 3 सीटों पर कांग्रेस पार्टी ने अपना उम्मीदवार उतारा था। तीनों सीटों पर कांग्रेस पार्टी को भारी मतों से हार का सामना करना पड़ा था। भिवंडी पश्चिम सीट के कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार शोहेब खान गुडडू को 28359 वोट, कल्याण पश्चिम के उम्मीदवार कंचन योगेश कल्याणी को 11648 वोट तथा भाजपा छोड़ कांग्रेस पार्टी से चुनाव लड़े संतोष एम शेट्टी को 32 हजार 198 वोट मिले थे। कांग्रेस पार्टी को तीनों सीटों पर कुल 72 हजार 205 वोट मिले थे। तीनों सीटों पर उस समय हार माननी पड़ी थी। इसी तरह शाहपुर विधानसभा क्षेत्र में राकांपा उम्मीदवार दौलत दरोड़ा को 76 हजार 53 वोट, भिवंडी ग्रामीण में राकांपा की माधुरी म्हात्रे को 33 हजार 571 वोट और मुरबाड से राकांपा से लड़े प्रमोद हिंदुराव को 38 हजार 28 वोट मिले। राकांपा को तीन सीटों पर कुल 1 लाख 47 हजार 652 वोट मिले थे। इसमें से शाहपुर विधानसभा सीट से दौलत दरोड़ा सत्ता पर कब्जा करने में सफल रहे। इन सभी आंकड़ों के मुताबिक तस्वीर साफ है कि प्रदेश सचिव राजेश शर्मा का आगामी चुनाव में सत्ता स्थापित करने का दावा विफल हो सकता है।
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