अकीरा मियावकी की संकल्पना से भिवंडी में सघन वन परियोजना का पहला प्रकल्प साकार

भिवंडी।। वर्तमान समय में शहर में कंक्रीट के बढ़ते जाल से प्रदूषण की मात्रा बढ़ गई है। पेड़ व पौधे की संख्या कम होने से हवा की गुणवत्ता भी खराब हो गई है।‌ इस गंभीर समस्या से उबरने के लिए शहर के छोटे जगहों पर भी अधिक पेड़ लगाकर "अकीरा मियावकी की जापानी अवधारणा" उपयोगी सिद्ध हो रही है और इससे पर्यावरण को अनुकूल व प्रदूषण मुक्त बनाया जा सकता है। पालिका के आयुक्त अजय वैद्य ने आज छत्रपति शिवाजी महाराज चौक स्थित हिन्दू श्मशान के खाली पड़ी भूमि पर केशव सृष्टि संस्था के माध्यम से एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस कंपनी की सीएसआर निधी से  बनाया गया "अकीरा मियावाकी सघन वन क्षेत्र" उद्घाटन के अवसर पर व्यक्त की है।

बतादे कि पालिका के इस हिदू श्मशान भूमि के 11000 वर्ग फुट क्षेत्र मे सुपारी, अशोका, अमरूद, कामिनी, जसवंद, कनेर, सोनचाफा, बहावा, केवट, पारिजात, बेल जैसी विभिन्न 56 प्रजातियों के 3500 पेड़ केशव सृष्टि संस्था के द्वारा लगाए गए है और अगले दो वर्षों तक इसका पालन-पोषण पालिका के उद्यान विभाग द्वारा किया जाएगा। उसके बाद यहां घना जंगल होगा। जिससे  क्षेत्र में पर्यावरण संतुलन बढ़ेगा और प्रदूषण कम करने में मदद मिलेगी। आयुक्त अजय वैद्य ने कहा कि भविष्य में शहर में कुछ और स्थानों का चयन किया जाएगा और सस्था की मदद से वहां इस तरह का प्रोजेक्ट लागू किया जाएगा।

इस अवसर पर एचडीएफसी लाइफ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुब्रतो रॉय,मनपा के अतिरिक्त आयुक्त संजय हिरवाडे, विट्ठल डाके, उपायुक्त दीपक झिजांड,केशव सृष्टि के कोषाध्यक्ष नीलकंठ अय्यर, सदस्य शरद बंसल, मनपा उद्यान विभाग अधीक्षक निलेश सांखे,जनसंपर्क अधिकारी मिलिंद पलसुले, वार्ड समिति क्रमांक 5 के सहायक आयुक्त राजेंद्र वर्लीकर, सामाजिक कार्यकर्ता भूषण रोकड़े और बड़ी संख्या में पालिका के अधिकारी व नागरिक उपस्थित थे।

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