अस्पताल की सड़क पर फैलाया जा रहा अस्वछता

सर्विस सेंटर, वाहन पार्किंग बना अस्पताल की मुख्य सड़क निजी एंबुलेंस व स्टाॅल बने दमकल गाडियो के अवरोधक

भिवंडी।। भिवंडी के एकमेव स्वं.इन्दिरा गांधी उप जिला अस्पताल के मुख्य गेट से अस्पताल तक अतिक्रमण, अवैध पार्किंग और सड़क के किनारे अवैध रूप से ऑटो रिक्शा व कार की धुलाई होने से शहर की स्वच्छता पर ग्रहण लग रहा है। एक ओर पालिका प्रशासन ने शहर में स्वच्छता अभियान को शुरू रखा है। पालिका आयुक्त अजय वैद्य अपने सफाई कर्मियों के साथ सड़क पर उतर कर स्वयं शहर की स्वच्छता कार्यों में सहभागी हो रहे है। उड़ान पुलों की सफाई करवाई जा रही है। परन्तु दूसरी ओर पालिका के चंद कदम दूर स्वं इंदिरा गांधी अस्पताल की मुख्य सड़क पर अवैध पार्किंग, अवैध सर्विस सेंटर स्वच्छता पर ग्रहण लगा रहे हैं। अस्पताल के मुख्य सड़क पर गाडियों की सर्विस, धुलाई कर शहर को अस्वच्छ करने वाले लोगों पर कार्रवाई ना होना बड़े चिंता का विषय है। इस सड़क के किनारे गार्डन, शहीद स्मारक भी है। गार्डन का गेट ना होने के लोग इसी में लघुशंका करने भी जाते है। गार्डन में अवैध रूप से गाडियां पार्क किये जाते है। अस्पताल के मुख्य गेट पर निजी एम्बुलेंस चालकों ने अपना कब्जा जमा कर रखा है। उनकी निजी एम्बुलेंस सड़क के दोनों किनारे पार्क रहती है। अस्पताल के पास स्लम बस्ती होने से इसी अस्पताल की सड़क पर अवैध रूप से ट्रक व बसों को भी पार्क किया जाता रहा है।

60 में ऑटो रिक्शा और 100 रूपये में कार की धुलाई 

स्वं इंदिरा गांधी उप जिला अस्पताल की मुख्य सड़क पर लोगों द्वारा अपने वाहनों की धुलाई करवाई जाती है। यहां पर वाहनों की धुलाई के लिए सुबह भीड़ लगती है। शहर के युवकों द्वारा ऑटो की धुलाई 60 रूपये और कार की धुलाई 100 रूपये लिया जाता है। अस्पताल की सड़क पर अवैध रूप से चल रहे इस सर्विस सेंटर से सड़क पर कचरा जमा होता है। वही पर गाडियों की गंदगी व गंदा पानी सड़क के किनारे जमा रहता है। परन्तु पालिका प्रशासन द्वारा कार्रवाई ना होना पालिका के स्वच्छता विभाग के कार्यशैली पर प्रश्न निर्माण करता है। 

अस्पताल के बाहर बना निजी एम्बुलेंस, गाडी धोने वालों का कब्जा ::::::: 

अस्पताल के मुख्य गेट से अस्पताल तक सड़क के किनारे अवैध रूप से पार्क गाडियां लोगों के लिए मुसीबत बना है। इन्ही गाडियों के आंड में लोगों द्वारा नालियों में लंघुशंका किया जाता है। जिसके कारण अस्पताल में आने वाली महिलाओं को शर्मिंदगी का शिकार होना पड़ता है। वही पर अपराधी किस्म के लोग महिलाओं पर तंज भी कसते है। कई बार इसका शिकार अस्पताल का स्ट्राफ भी हो चुका है। निजी एम्बुलेंस ड्राइवरों की दर्जनो गाडियां इसी सड़क के किनारे पार्क रहती है। 

स्ट्राॅल, पार्किंग बने अवरोधक ::::::::::::

अस्पताल के सामने व मुख्य सड़क पर अवैध रूप से कई चाय नाश्ते के स्टाॅल लगे है। हालांकि प्रशासन शहर के अतिक्रमण पर कार्रवाई जारी रखी है। किन्तु अस्पताल की सड़क पर लगे अवैध स्टाॅलों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाती है। अस्पताल के बाहर ही पालिका का फायर स्टेशन है। शहर में आपदा आने पर ऐसे स्टाॅल व अवैध पार्क गाडियां अग्निशमन गाडिय के लिए अवरोधक सिद्ध होती है। शहर के दक्ष नागरिकों ने पालिका प्रशासन से इस अवैध सर्विस सेंटर, पार्क वाहनों, व स्टाॅल धारकों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।

रिपोर्टर

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