
सोलंकी मिल ब्लास्ट के प्रकरण में पालिका की कार्रवाई शून्य
- महेंद्र कुमार (गुडडू), ब्यूरो चीफ भिवंडी
- Mar 05, 2024
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23 फरवरी रात में हुआ था मील के बॉयलर में ब्लास्ट एक मजदूर जख्मी
भिवंडी।। भिवंडी को पॉवर लूम से कच्चा कपड़ा बनाने वाले शहर के नाम से पहचाना जाता है। कच्चे कपड़े व धागा काजी करने के लिए बड़े पैमाने पर रहिवासी परिसर में डाइंग, साइजिग कंपनी संचालित है। इन कंपनी मालिकों के पास रहिवासी बस्तियों में मिल अथवा कंपनी चलाने हेतु, शासन के संबंधित विभाग से किसी प्रकार की अनुमति नहीं होती है। इसके बावजूद केवल सांठगांठ कर चलवाई जाती है। कंपनी मालिकों द्वारा मजदूरों का शोषण भी बड़े पैमाने पर किया जाता है। भंडारी कंपाउड के नारपोली क्षेत्र अंर्तगत 72 गाले में स्थित सोलंकी प्रोसेस मिल में 23 फरवरी मध्य रात्रि के दरमियान कंपनी का बॉयलर अचानक फट जाता है। जिसके कारण कंपनी में भयंकर आग लग जाती है। बाॅयलर फटने की आवाज इतनी ज्यादा थी कि इसकी आवाज दूर तक सुनाई पड़ी।
इस ब्लास्ट से आसपास परिसर की इमारतें हिल गई। कंपनी में काम करने उत्तर भारतीय मजदूर लाल चंद्र यादव गंभीर रूप से जख्मी हुए थे। जिनका निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है।
भिवंडी पालिका की दमकल की दो गाडियां घटना स्थल पर पहुंचकर कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया था।
पालिका के प्रदूषण नियंत्रण विभाग के विभाग प्रमुख नितेश चौधरी से संपर्क किया गया तो उन्होंने काम की व्यस्तता बताकर अपना पल्ला झाड़ लिया।
भंडारी कंपाउड में चल रहे इस अवैध कंपनी में मजदूरों को मेडिकल के फास्ट स्टेट जैसे कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है। आग बुझाने के लिए कोई भी यंत्रणा नहीं बैठाया गया है। चिमनियां 24 घंटे जहर उगलती है। कंपनी के कारण वायु प्रदूषण फैलता है। चिमनियों से निकले धुंआ को फिल्टर करने के लिए कोई सुविधा अथवा यंत्रणा नहीं बैठाया गया है। कंपनी का गंदा व केमिकल, रसायन युक्त पानी सीधे पालिका के नाली में छोड़ दिया जाता है। कंपनी में एसटीपी प्लांट की स्थापना नहीं की गई है।
सुत्रो की माने तो कंपनी कुछ पालिका अधिकारियों, कर्मचारियों सहित स्थानीय पुठारी नेताओं के संरक्षण में चलाई जाती है। जिसके कारण इतना बड़ा हादसा होने के बावजूद प्रशासन केवल आंखें बंद करके बैठा हुआ है। इस संबंध में पालिका के प्रदूषण नियंत्रण विभाग के विभाग प्रमुख नितेश चौधरी से संपर्क किया तो काम की व्यस्तता बताकर अपना पल्ला झाड़ लिया है।
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