
यदि आप सफलता के शिखर पर पहुंचना चाहते हैं, तो आपको कड़ी मेहनत की आवश्यकता है -- TEDx वक्ता डॉ. लकी कासट
- महेंद्र कुमार (गुडडू), ब्यूरो चीफ भिवंडी
- Mar 09, 2024
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भिवंडी।। टोरेंट पावर लिमिटेड ने महिला दिवस के मौके पर कंपनी की ओर से महिला कर्मचारियों के लिए भिवंडी के ओसवाल कॉलेज सभागृह में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया था। इस कार्यक्रम में टोरेंट पावर परिवार की 450 से अधिक महिला कर्मचारी शामिल हुईं थीं। कार्यक्रम में प्रसिद्ध TEDx वक्ता डॉ. लकी कासट मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे जो लगभग 200 स्टैंडिंग ओवेशन के साथ 1,350 से अधिक प्रेरक भाषणों के अपने प्रभावशाली रिकॉर्ड के लिए जाने जाते हैं।
जीवन में सफलता का शिखर आसानी से प्राप्त नहीं होता है उसके लिए हिम्मत रखनी होगी और जिद करके उस चोटी पर चढ़ना होगा अगर दिल में मेहनत और दृढ़ संकल्प हो तो आप हिमालय को भी जीत सकते है। महिलाओं में वह दृढ़ संकल्प है वे कड़ी मेहनत करती हैं और सफल होती है। प्रसिद्ध बाल रोग विशेषज्ञ, प्रेरक वक्ता डॉ.लकी कासट ने अपने प्रेरणास्रोत भाषणों से उपस्थित महिलाओं का दिल जीत लिया।
मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए डॉ. लकी कासट ने 6 सफल महिलाओं का उदाहरण प्रस्तुत करती है जिन्होंने अपने संघर्षों के साथ दुनिया की विभिन्न ऊंचाइयों को छुआ है। उन्होंने इन महिलाओं की मेहनत की कहानी सुनाते हुए कहा कि शुरुआत में सफलता का शिखर भी मुश्किल लगता है। लेकिन एक बार जब आप कड़ी योजना बनाते हैं और शिखर पर चढ़ना शुरू करते हैं, तो सफलता मिलेगी। लकी कासट खुद एक कुशल पर्वतारोही हैं और उन्होंने अपना अनुभव दर्शकों के साथ साझा किया।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में बोलते हुए डॉ.नम्रता श्रीवास्तव ने अपने भाषण में महिला सशक्तिकरण के महत्व पर प्रकाश डाला। डॉ.नम्रता श्रीवास्तव, बेस्पोक स्कूल 'क्रिएटिव मैनर्स' की संस्थापक है और 2019 में उन्होंने चार सौंदर्य प्रतियोगिताएं जीतीं। जिनमें पूर्व मिस इंडिया वेस्ट “सुश्री", इंडिया ग्लिटरटी क्वीन, मिस ऑरा और मिसेज रंग ने जीत हासिल की है। एक रचनात्मक संचार विशेषज्ञ, भाषण लेखक, सार्वजनिक भाषण विशेषज्ञ, मीडिया और जनसंपर्क पेशेवर होने के नाते, उन्होंने एक प्रेरक भाषण के साथ महिला टीम के सदस्यों को संबोधित किया। उन्होंने अपने भाषण में बोलते हुए कहा कि महिलाएं अब हर क्षेत्र में आगे आ रही हैं। उन्हें समर्थन की जरूरत है। समाज उन्होने अनुरोध किया कि यह मानने की जरूरत नहीं है कि महिलाएं अबला है। स्वयं को अपना 'आदर्श' मानने के बजाय, ऐसे व्यवहार करें जैसे आप दूसरों के लिए 'आदर्श' हो। महिलाओं को एक-दूसरे की मदद कर आगे बढ़ना चाहिए। हमें अपनी खुशी खुद ढूंढनी चाहिए अगर आप दूसरों को खुश करते रहेंगे तो आप कभी खुश नहीं रह पाएंगे ऐसा डॉ. नम्रताजी का कहना है।
टोरेंट पावर की महिला कर्मचारियों ने इस प्रेरणादायक सत्र के आयोजन के लिए टोरेंट प्रबंधन को धन्यवाद दिया। भाग लेने वाली कुछ महिला कर्मचारियों ने यह भी उल्लेख किया कि यह विचारोत्तेजक सत्र उन्हें अपने पेशेवर जीवन में नई ऊंचाइयां पहुंचने में मदद करेगा।
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