आक्रोशित किसान जिला मुख्यालय पहुंच भू अर्जन पदाधिकारी का जमकर किये विरोध

"जिला पदाधिकारी से की तत्काल निलंबित करने की गुजारिश"    


कैमूर- 2 वर्षों से लगातार संघर्ष करते हुए आ रहे भूमि अधिग्रहण में मुआवजा की मांग को लेकर, किसानों ने भू अर्जन पदाधिकारी के गलत बयानों के विरोध, जिला मुख्यालय में जोरदार प्रदर्शन किया।जिला मुख्यालय में प्रर्दशन का नेतृत्व किसान संघर्ष मोर्चा कैमूर के द्वारा किया गया। जिला मुख्यालय में प्रर्दशन में कैमूर जिले की कई गांवों के सैकड़ों किसानों ने भाग लिया। आपको बताते चलें की भारतमाला परियोजना वाराणसी रांची कोलकाता एक्सप्रेसवे के निर्माण में केंद्र सरकार द्वारा जिले के सैकड़ों गांवों के किसानों का भूमि अधिग्रहित किया गया है जिसमें कि किसानों द्वारा लगातार दो वर्षों से भूमि अधिग्रहण में मिल रहे मुआवजे की राशि से असंतुष्ट हो धरना प्रदर्शन जारी है अंततः किसान विगत 2 जनवरी से ही कड़ाके की ठंड और बारिश को भी अनसुना कर अधिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं। विगत दिन कैमूर किसान संयुक्त मोर्चा के द्वारा कैमूर मुख्यालय शहर भभुआं स्थित कृष्णा पैलस से किसानों द्वारा आक्रोश मार्च में भू अर्जन पदाधिकारी होश में आओ के नारे लगाते हुए, किसानों का नेतृत्व कर रहे विमलेश पाण्डेय अध्यक्ष किसान संघर्ष मोर्चा कैमूर ने कहा, भू अर्जन पदाधिकारी के द्वारा अखबार में गलत बयान देकर, किसानों को भ्रमित करने का प्रयास किया गया । उन्होंने ने कहा भू अर्जन पदाधिकारी का भूमि अधिग्रहण में किसानों के साथ धोखा करने का कई मामले सामने आ रहे हैं। पाण्डेय ने कहा  किसानों के साथ अनुपेक्षा पूर्ण रवैया बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पशुपति नाथ सिंह महासचिव किसान संघर्ष मोर्चा कैमूर ने कहा कि पांच मार्च को भू अर्जन पदाधिकारी ने अखबार में बयान दिया था, की किसान दुसरे नोटिस लेने के बाद अगर मुआवजा नहीं लेगा तो, मुआवजा की राशि कोर्ट के टे्जरी में जमा कर सड़क निर्माण शुरू कर दिया जाएगा। जोकि किसानों के साथ अनुपेक्षा पूर्ण रवैया है। भू अर्जन पदाधिकारी एनएचएआई अधिकारियों से मिलीभगत कर किसानों के साथ छल कर रहे हैं। सचिव अनिल सिंह ने जिलाधिकारी से मांग किया तत्काल भू अर्जन पदाधिकारी को पद से हटाया जाए। उन्होंने ने कहा कम मुआवजा को लेकर किसान द्वारा लोकसभा चुनाव में बहिष्कार किया जाएगा। आक्रोश मार्च में अभिमन्यु सिंह अध्यक्ष भारतीय किसान यूनियन कैमूर, ने किसानों से कहां जबतक किसानों को भूमि अधिग्रहण में उचित मुआवजा नहीं मिलेगा, एक इंच सड़क निर्माण नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने ने कहा कैमूर जिला बिहार में किसान आंदोलन का नेतृत्व करेगा। अध्यक्ष ने कहा किसान आंदोलन को तोड़ने के लिए भू अर्जन पदाधिकारी मो आमेर ने जानबूझकर अखबार में कानूनन गलत बयान दिया। आक्रोश मार्च सह प्रदर्शन के दौरान किसानों में जबरदस्त आक्रोश था। किसानों ने भू अर्जन पदाधिकारी वापस जाओ, भू अर्जन पदाधिकारी होश में आओ, के नारे लगाते रहे। उपस्थित किसानों ने कहा अखबार में किसानों को धमकाने के लिए भू अर्जन पदाधिकारी के बयान विधिसम्मत नहीं था। उन्होंने ने कहा तुरंत जिलाधिकारी भू अर्जन पदाधिकारी को बर्खास्त करें। किसानों ने कहां आगे किसानों को कम कर नहीं आंका जाए। प्रदर्शन में श्याम नारायण सिंह, अशोक कुमार कुशवाहा, रामायण सिंह, छोटु प्रजापति, राकेश उपाध्याय, अमित कुमार रंजन, विकी सिंह, अभय सिंह, दिपांकर शुक्ला, विकास उपाध्याय, रजनीश मिश्रा, लाला सिंह, वकील सिंह, संजय जायसवाल, राजू सिंह, इत्यादि सम्मिलित रहें।

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