भिवंडी लोकसभा सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी शंकर मुटकिरी करेंगें जीत का दावा

12 अप्रेल को पद्ममानगर में भिवंडी असंगठित कामगार संगठना की बैठक

भिवंडी।। भिवंडी लोकसभा सीट पर दक्षिण भारतीय तेलुगु समाज के सामाजिक कार्यकर्ता शंकर नागेश मुटकिरी द्वारा अपक्ष चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद कई पार्टियों के लोकल नेताओं ने तेलुगु समाज के वोटरों को लुभाने के लिए सक्रिय हो चुके है। निर्दलीय प्रत्याशी शंकर मुटकिरी ने बताया कि दक्षिण भारतीय यानी तेलुगु समाज के लगभग ढाई लाख मतदाता है। प्रत्येक बार इन्हें सिर्फ आश्वासन दिया जाता है लेकिन न्याय नहीं मिला है। आज स्लम क्षेत्रों में रहकर पॉवर लूम बुनकर, बीड़ी कामगार के रूप में काम करके इनका जीवन स्तर निम्न स्तर पर चला गया है। बच्चे उच्च शिक्षा से वंचित है। भिवंडी लोकसभा क्षेत्र में लगभग 7 लाख असंगठित कामगारों को इकठ्ठा करने की जरूरत है जो पॉवर लूम कारखाना व गोदाम मजदूर, टेलरिंग मजदूर, बांधकाम मजदूर, नाका मजदूर के रूप में कार्यरत है। इनके कल्याण, प्रगति, न्याय हल्क के लिए, शासकीय सेवा पहुंचाने के उद्देश्य से भिवंडी असंगठित कामगार संघटना का निर्माण किया गया है। जिसका शुभारंभ व पहली बैठक 12 अप्रेल शाम 5 बजे पद्ममा नगर के श्री नीलकंठेश्वर देवस्थान में आयोजित किया गया है। इस बैठक में कल्याण ग्रामीण, मुरबाड, शाहपुर, भिवंडी ग्रामीण सहित भिवंडी शहर के दोनों विधानसभा क्षेत्रों से भारी संख्या में मजदूर उपस्थित होने वाले है। भिवंडी में आज अनेक समस्याएं है जिनका कई वर्षो से निराकरण नहीं किया गया है। तेलुगु समाज आज सबसे पिछड़ा समाज है चुनावों में सिर्फ इनसे झंडे बैनर उठवाऐ जाते है। लोकल चुनावों में इनकी सहभागी तक नही दी जाती है। इस सीट पर इस बार दक्षिण भारतीय तेलुगु समाज के अपक्ष उम्मीदवार के रूप उम्मीदवारी करने पर कई सामाजिक संस्थाओं व समाज के लोगों का सहयोग मिल रहा है।

23 भिवंडी लोकसभा सीट पर महायुति के भाजपा प्रत्याशी के रूप में सांसद व केन्द्रीय राज्यमंत्री कपिल पाटिल को जहां तीसरी बार टिकट मिला है। वही पर इंडिया गठबंधन में शामिल शरदचंद्र पवार की राकांपा ने सुरेश म्हात्रे उर्फ बाल्या मामा को मैदान में उतारा है। कांग्रेस व राकांपा से टिकट के उम्मीद में बैठे जिजाऊ शैक्षणिक व सामाजिक संस्था के संस्थापक व अध्यक्ष निलेश भगवान सांबरे जिजाऊ विकास पार्टी बनाकर अपक्ष चुनाव लड़ने के लिए ऐलान किया है। किन्तु भाजपा के परम्परागत तेलुगु समाज के वोट बैंक में शंकर मुटकिरी द्वारा सेंधमारी करने से भाजपा के उम्मीदवार कपिल पाटिल को अड़चने आती हुई दिखाई पड़ रही है। भिवंडी की कुल लोकसंख्या 20,08,166 है जिसमें पुरुष मतदाता की संख्या 10,89,311 और महिला मतदाताओं की संख्या 09,18,518 है। इसके आलावा तृतीय पंथी मतदाता 337 है। तेलुगु समाज के लगभग 2.50 लाख मतदाता है। भिवंडी मजदूर बाहुल्य शहर होने के नाते यहां पर सर्वाधिक मताधिकार का प्रयोग मजदूर वर्ग करते हैं।

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