सना साइजिग कंपनी में जलाया‌ जा रहा है कचरा

कुंभकर्णी नींद में सोया है पालिका का प्रदूषण विभाग

भिवंडी।। शहर के नालापार में अवैध रूप से संचालित सना साइजिग कंपनी के बॉयलर में लकड़ी व कपड़े की चिंदी और रबर जलाने से आम नागरिकों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है। वही पर कंपनी के बॉयलर से निकलते राख लोगों के छतों से होते हुए घरों तक पहुंचती है। साइजिग कंपनी के आसपास स्लम बस्ती होने से रहिवासियों में टीबी, दमा के मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है। इसी कंपनी में रबर, कचरा, चिंदी उतारते हुए एक टेंपो का विडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। 

भिवंडी के आजमीनगर नाला पार में श्रीधर और इकबाल सेठ की सना साइजिग नामक‌ कंपनी है। इस कंपनी के बॉयलर में लकड़ी, रबर, कपड़े की चिंदी, पुठा जलाकर स्टीम तैयार किया जाता रहा है। जिसके कारण कंपनी के चिमनी से लगातार राख और काला धूआ निकलता रहता है। भिवंडी पालिका के प्रदूषण विभाग के पास कोई लैब ना होने के बावजूद अधिकारी कंपनी मालिकों से सांठगाठ ऐसे कंपनियों को एन ओसी जारी कर रहे है। सुत्रों की माने तो पालिका के इस विभाग के अधिकारी बकायदे ऐसे कंपनियों में दरमाह पहुंचकर हाजिरी भी लगाते है। कल गुरुवार रात 2 बजे नालापार स्थित सना साइजिग कंपनी में चिंदी व रबर से भरा एक टेंपों को खाली किया जा रहा था। जो वाॅयलर में जलाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। स्थानीय निवासियों ने पालिका व प्रदूषण विभाग कार्याल इस कंपनी के खिलाफ कई बार शिकायतें दर्ज कराया है लेकिन कई शिकायतों के बाद भी साइजिग कंपनी पर किसी प्रकार की कार्रवाई नही की गई। सुत्रों की माने महानगर पालिका के प्रदूषण विभाग में ठेकेदारी पद्धति से हवा मापन मशीन पर काम करने वाले निजी कर्मचारी ऐसे कंपनियों का संरक्षण करते हैं। विभाग प्रमुख को प्रदूषण के नियमों को जानकारी नहीं होने के कारण ऐसे कंपनियों पर नियमानुसार कार्रवाई नही हो पाती है।स्थानीय निवासियों ने कंपनी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग आयुक्त से की है।

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