घटना के तीन महीने बाद भी जानकी का हत्यारा पुलिस के पहुंच से बाहर

संवाददाता दिनेश तिवारी की रिपोर्ट 


जानकी के परिजन लगा रहे लापरवाही बरतने का आरोप

 शिवसागर (रोहतास)- शिवसागर थाना पुलिस जहा एक और एक कई गम्भीर कांडो का जैसे ट्रक चालक हत्याकांड मामला,मुकेश कुमार हत्याकांड मामला,ट्रक लूटकांड मामला, सासाराम दंगा मामला जैसे कई गम्भीर मामलों का खुलासा कर जिले में हाईलाइट है। वहीं दूसरी ओर तोरना गांव की रहने वाली जानकी कुमारी के हत्यारा को गिरफ्तार करने में नाकामयाब दिख रही हैं।  इस घटना के बारे में बताते चले कि 26 जनवरी को जानकी कुमारी को नशीला पदार्थ खिलाने से उसकी जान चली गई थी। जानकी के परिजनों ने बताया कि जानकी नेटवर्किग कंपनी में काम करती थी। जहा उसे नेटवर्किग का प्लान समझाने के बहाने एक युवक अपने साथ ले गया और उसे खाने में उसने नशीला पदार्थ मिलाकर खिला दिया। इसके बाद जानकी कुमारी की स्थिति चिंताजनक हो गई तब वह डोरिआव गांव के समीप छोड़कर भाग गया था। जिसके बाद ग्रामीणों ने जानकी कुमारी को अस्पताल पहुंचाया जहा ईलाज के दौरान उसकी मौत हो गई । जानकी के मौत के बाद परिजनों ने शिवसागर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई जिसमे कैमूर जिले के कुदरा थाना अंतर्गत सकरी गांव के रहने वाले रिंकू कुमार को नामज़द अभियुक्त बनाया था। रिंकू कुमार भी जानकी कुमारी के साथ नेटवर्किग टीम के साथ काम करता था। स्थिति साफ़ होने के बाद भी पीड़िता को न्याय नहीं मिला।पुलिस/प्रशासन पर कई सारी सवालिया निशान उठ रही है।

जानकी के  परिजनों का पुलिस पर गंभीर आरोप कहा पुलिस जांच के नाम पर  टाल-मटोल कर रही है।

मृतिका जानकी कुमारी के पीड़ित भाई तोरना गांव निवासी धर्मेंद्र कुमार ने बताया की थाने और डीएसपी कार्यालय का चक्कर लगाते-लगाते थक चुका हूं। घटना के 4 (चार) महीने बाद भी पुलिस प्रशासन से कोई सहयोग नही मिल पा रहा है। मेरी बच्ची का हत्यारा खुलेआम घूम रहा है और प्रशासन हाथ पर हाथ रखकर बैठी हुई है। पोस्टमार्टम के बाद आज तक थाने से बिसरा रिपोर्ट जांच के लिए नही भेजा गया है। स्थानीय थाना में पूछने पर कुछ कागजी करवाई बाकी है कहकर भगा देते हैं। जिसको लेकर पुलिस प्रशासन से विश्वास उठता जा रहा है अब क्या करे। पुलिस की शैली देखकर ऐसा लग रहा की मेरी अपनी बेटी को न्याय नहीं मिल पायेगा। अब मैं न्याय की उम्मीद करें तो किससे करें।

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