उल्हासनगर में शुरू हुआ नोटा का प्रचार, डंपिंग ग्राउंड के मुद्दे पर नाराज है जनता

उल्हासनगर : कैंप 5 में स्थित डंपिंग ग्राउंड स्थानीय लोगों के लिए पिछले कई वर्षों से सिरदर्द बना हुआ है। लगातार लगती आग व दुर्गंध के कारण लोगों का जीना मुश्किल हुआ है। तमाम शिकायत, आंदोलन, बाजार बंद करके भी आंदोलन किए गए लेकिन अब तक नेताओं द्वारा सिर्फ आश्वासन ही मिला है। इस कारण से डंपिंग ग्राउंड हटाओ मंच के द्वारा लोकसभा चुनाव में नोटा पर वोट डालने की अपील स्थानीय लोगों से की जा रही है।



डंपिंग ग्राउंड हटाओ मंच के द्वारा दर्जनों आंदोलन करने का कोई नतीजा न निकलने के कारण नोटा को वोट देने की अपील की जा रही है। कैंप 5 में लगभग 25 लोगों की टीम द्वारा डंपिंग ग्राउंड को हटाने के लिए किए गए प्रयासों के बाद भी कोई सफलता नही मिली और लोगों को स्वास्थ जनित तमाम तकलीफें उठानी पड़ रही हैं इसलिए सभी स्थानीय लोग आगामी 20 मई को नोटा को वोट करके सभी प्रत्याशियों का विरोध करें ऐसा प्रचार के दौरान कहा जा रहा है।

डंपिंग ग्राउंड हटाओ मंच के कार्याध्यक्ष प्रकाश रोहरा ने बातचीत में बताया कि यह केवल कैंप पांच के लोगों की ही समस्या नही है बल्कि पूरे शहर की समस्या है क्योंकि जिस टंकी से पानी की सप्लाई की जा रही है वह भी डंपिंग ग्राउंड में बनी है और उसकी पाइपों से गंदा पानी शहर के लोगों को पीना पड़ेगा। उन्होंने कहा की हमारे सांसद डॉक्टर हैं लेकिन उन्हें यह पता नही है कि धुंए और दुर्गंध से लोगों को किस तरह की तकलीफ हो रही है और उनका स्वास्थ्य किस कदर खराब हो सकता है? वहीं विधायक बालाजी किणीकर भी डॉक्टर हैं लेकिन दोनों डॉक्टरों को डंपिंग ग्राउंड के कारण होने वाली स्वास्थ संबंधी समस्याओं पर जानकारी का आभाव है।

कैंप 5 में यदि विधानसभा चुनाव से पहले डंपिंग ग्राउंड नही हटाया गया तो वोट उसी को दिया जाएगा जो इसे हटाने के लिए पूरी तरह प्रयास करेगा ऐसा मंच के लोगों का कहना है। नोटा को वोट करने के लिए सभी स्थानीय लोगों से मुलाकात करके उन्हें टोपी व पम्पलेट भी बांटे जा रहे हैं। नेताओ द्वारा केवल यह कहा जाता है कि जगह आवंटित की गई है लेकिन इस पर कोई काम नही किया जा रहा है। पिछले आठ सालों से इस अवैध डंपिंग ग्राउंड से लोग त्रस्त हैं।

मंच के एक अन्य सदस्य ने कहा कि आगामी मानसून में हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी घरों में और रास्तों पर चलना मुश्किल होगा क्योंकि भीषण दुर्गंध व कचरा युक्त पानी सड़कों पर फैलेगा। कैंप 5 के लोगों को पूरी तरह से जनप्रतिनिधियों द्वारा नजरअंदाज किया जा रहा है।

रिपोर्टर

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