
पिता के मृत्युपरांत संघ कल्याण से मिलने वाली राशि को पुत्र ने योगदान देने का लिया फैसला दिया लिखित आवेदन
- कुमार चन्द्र भुषण तिवारी, ब्यूरो चीफ कैमूर
- May 28, 2024
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कैमूर- व्यवहार न्यायालय जिला अधिवक्ता संघ सभागार में पहुंच अधिवक्ता स्वर्गीय रामनाथ मेहरोत्रा के सुपुत्र रजनीश मेहरोत्रा के द्वारा अपने पिता के मृत्युपरांत संघ से मिलने वाली कल्याण कोष के एक लाख की राशि को जिला एक्स अधिवक्ता संघ भवन के सभागार हाल में टाइल्स लगाने के लिए योगदान देने सहित अपने पिता के लाइब्रेरी की सभी पुस्तकें संदान के लिए उदार दान करने का लिया गया निर्णय। दिनांक 27 मई सन् 2024को जिलाअधिवक्ता संघ भभुआं कैमूर के पूर्व संयुक्त सचिव मंटू पाण्डेय ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया, कि जिला अधिवक्ता संघ कैमूर भभुआं के वरीय अधिवक्ता स्वर्गीय रामनाथ मेहरोत्रा जो भगवानपुर थाना क्षेत्र के बेतरी के रहने वाले थे। वह 29 अप्रैल सन 1963 ई को जिला अधिवक्ता संघ भभुआं के सदस्य बने थे, जो नियमित वकालत करते थे, उनके 61 वर्ष वकालत पूरे हो गए थे ।जिनका निधन 12 मई सन 2024 को स्वास्थ्य खराब रहने के कारण हो गया था। उनके 50 वर्ष वकालत पूरे होने पर सन 2019 में जिलाअधिवक्ता संघ भवन में 3 दिसंबर सन 2019 को सम्मानित किया गया था। पूर्व संयुक्त सचिव मंटू पाण्डेय ने बताया कि वरीय अधिवक्ता स्वर्गीय रामनाथ मेहरोत्रा से जब हम उनके गांव बेतरि में जाकर मिलते थे, तो वह कहते थे कि मैं अपने लाइब्रेरी की सभी पुस्तकें जिला अधिवक्ता संघ कैमूर भभुआ को संदान के लिए उदार दान करूंगा। और मेरे मरने के बाद संघ से जो 100000 रुपए कल्याण कोष से आश्रित को मिलता है, वह पैसा भी मैं अपने पुत्रों से कह चुका हूं, कि संदान के लिए उदार दान कर देना। इस बात को सच साबित करते हुए वरिष्ट अधिवक्ता स्वर्गीय रामनाथ मेहरोत्रा के बड़े पुत्र रजनीश मेहरोत्रा ने 27 मई 2024को जिलाअधिवक्ता संघ भभुआ कैमूर के पुस्तकालय भवन में लिखित आवेदन देते हुए अपने पिता की इच्छा को पूरा करने के लिए अपने पिता की सभी कानूनी किताबें एवं संघ के कल्याण कोष से मृत्युपरांत मिलने वाले 100000 रुपए की राशि जिलाअधिवक्ता संघ भभुआ के सभागार हाल में टाइल्स लगाने के लिए योगदान देने का निर्णय लिया गया। रजनीश मेहरोत्रा ने कहा, कि मेरे पिता की जो इच्छा थी उस इच्छा को पूरा करने के लिए मैं अपने पिता के सपनों को यादगार के रूप में उनके लाइब्रेरी की सभी कानून की किताबें एवं संघ से कल्याण से मिलने वाली 100000 की राशि को संघ भवन के सभागार हाल में टाइल्स लगाने के लिए डोनेट कर रहा हूं। उन्होंने यह भी इच्छा जाहिर किया कि कैमूर जिला में विधि महाविद्यालय नहीं है, मुंडेश्वरी गेट के पास विधि महाविद्यालय खोलने के लिए अपने पिता के नाम को यादगार के रूप में बार काउंसिल आफ इंडिया विधि महाविद्यालय खोलने के लिए अगर मान्यता देगा तो, मैं अपने भाइयों से राय लेकर अपने पिताजी के नाम पर बेत्तरी मां मुंडेश्वरी गेट के पास ढाई एकड़ जमीन भी अपने पिताजी के नाम से विधि महाविद्यालय खोलने के लिए सहयोग करेंगे।मौके पर संघ के अध्यक्ष रविंद्र नाथ चौबे, महासचिव श्यामानंद उपाध्याय, पूर्व संयुक्त सचिव मंटू पांडे, उपाध्यक्ष मधुबन चौबे, अधिवक्ता लल्लन प्रसाद उपस्थित थे।
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