भिवंडी महानगर पालिका मुख्यालय की पुरानी इमारत खाली

भिवंडी। भिवंडी निजामपुर शहर महानगर पालिका मुख्यालय इमारत के पास ही पालिका का पुराना मुख्यालय की इमारत है। इस इमारत को पालिका प्रशासन ने अति धोखादायक घोषित किया है। पिछले तीन वर्षो से इमारत के छत पर लगे सीमेंट पतरा टूटे है। जिसके कारण बारिश का पूरा पानी चौथे मंजिल से होते हुए तीसरे व दूसरे मंजिल पर

संचालित विभागों में पहुंचता है। बरसात के पानी में महत्वपूर्ण दस्तावेज व फाइलें खराब हो रही है।। शहर में पिछले पांच दिनों से लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है।जिसके कारण इस इमारत के सभी मंजिलों पर पानी भर गया था। पालिका कर्मचारियों की शिकायत के बाद अतिरिक्त आयुक्त विठ्ठल डाके व पालिका मुख्यालय नयना सासणे ने पुरानी इमारत का दौरा कर तत्काल इमारत खाली करने के लिए निर्देश दिये है। 

इस इमारत में पालिका के 8 विभाग संचालित है। जिसमें प्रभाग समिति क्रमांक एक व दो का कार्यालय, जन्म मृत्यू विभाग, भविष्य निवाह निधि कार्यालय, एलबीटी विभाग,भंडारण कार्यालय, परवाना विभाग, मार्केट विभाग, युनियन कार्यालय आदि का समावेश है। इन विभागों में लगभग 250 से अधिक कर्मचारी कार्यरत है जो इसी धोखादायक इमारत में जान जोखिम में डालकर काम करते रहे है।

इमारत खाली करवाने के बाद प्रशासन ने अभी तक इन विभागों को लेकर कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की है। कर्मचारियों को पालिका मुख्यालय के नई इमारत में खाली पड़े कैंटीन में भेड़ बकरियों की तरह भर कर रखा गया है। वही पुरानी ‌इमारत के विभागों में लावारिस हालात में महत्वपूर्ण दस्तावेज बिखरे है। सुत्रों की माने पालिका प्रशासन के बांधकाम विभाग ने पिछले पांच वर्षों में इस टूटे सीमेंट पतरे को बदलने के नाम पर दो बार 8-8 लाख कुल 16 लाख रूपये खर्च कर चुकी है। इसके बावजूद इमारत में पानी टपकना बंद नहीं हुआ।

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भिवंडी पालिका परिक्षेत्र अंर्तगत 1311 इमारतें धोखादायक है। जिसमें प्रभाग समिति क्रमांक एक अंर्तगत खतरनाक 125 इमारतें है जिसमें से सी-1 वर्ग की 32 इमारतें, सी -2 वर्ग की 17, सी-2 बी वर्ग की 66 और सी -3 वर्ग की 10 इमारतों का समावेश है। प्रभाग समिति क्रमांक दो अंर्तगत 310 इमारतें खतरनाक घोषित की गई है। जिसमें से सी -1वर्ग की 41 इमारतें, सी -2 वर्ग की 195, सी-2 बी वर्ग की 70 और सी -3 वर्ग की 04 इमारतें है। प्रभाग समिति क्रमांक तीन अंर्तगत 234 इमारतें खतरनाक है। जिसमें से सी-1 वर्ग की 60 इमारतें, सी -2 वर्ग की 42,सी-2 बी वर्ग की 99 और सी -3 वर्ग की 33 इमारतों का समावेश है। इसी तरह प्रभाग समिति क्रमांक चार अंर्तगत 284 इमारतें खतरनाक है। जिसमें से सी-1 वर्ग की 84 इमारतें, सी -2 वर्ग की 199, सी-2 बी वर्ग की 89 और सी -3 वर्ग की 01 इमारत है। इसके साथ ही प्रभाग समिति क्रमांक पांच अंर्तगत सबसे ज्यादा 358 इमारतें खतरनाक घोषित की गई है। जिसमें से सी-1 वर्ग की 80 इमारतें, सी -2 वर्ग की 118, सी-2 बी वर्ग की 158 और सी -3 वर्ग की 02 इमारतों का समावेश है लेकिन मनपा प्रशासन ने इन खतरनाक इमारतों में रहने वालो को विस्थापित करने अथवा हादसों को रोकने का कोई सार्थक कदम नहीं उठाया है।

रिपोर्टर

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