जिला अस्पताल राजगढ़ मे गरीब मरीजो को भी नही बख़्श रहे डॉक्टर
- राजेंद्र यादव, ब्यूरो चीफ, मध्यप्रदेश
- Aug 04, 2024
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जब इलाज सरकारी अस्पताल मे तो घर बुलाकर फीस के नाम राशि क्यों?
राजगढ़ । राजगढ़ जिला चिकित्सालय मे एक सप्ताह भी नही हुआ यह भाजपा के विधायक श्री अमर सिंह यादव ने व्यवस्था सुधारने पर नाराज़गी जाहिर करते हुए व्यवस्थाओं के प्रति बड़े नाराज दिखे थे। वही जिला कलेक्टर को अवगत कराया था। तो मौके पर सिविल सर्जन डॉ रजनीश शर्मा ने विधायक के क्रोध को शांत करवाते हुए समय की मांग की गई।। जिला अस्पताल मे सरकार भले ही गरीब मरीजो के लिए लाखों करोडो रुपए खर्च कर लोगो को निशुल्क इलाज की बात करती है किंतु राजगढ़ मे जिला चिकित्सालय मे इलाज का नजरिया ही अलग दिखाई दे रहा है।।
बात फिर सरकारी अस्पताल मे किसी जाँच की हो यह अधिकतर मामलों मे मरीजो को अपने घर बुलाते हैं और फीस के नाम पर उन्हे राशि देना पड़ता है। यह ड्यूटी पर डॉक्टर भले ही अस्पताल मे आते है लेकिन वह अपने घर बुलाने के उद्देश्य से ही इलाज करते नजर आते हैं।
ऐसा सुना जरूर था लेकिन हक़ीकत मे तब सामने आया जब एक मामले ने सारी पोल खोल कर रख दी है एक मरीज जितेंद्र नामक युवक खेती और पशुओ से जुड़ा काम काज के दोरान गिरने से उसके पैर मे मोच आ गई चलने मे बड़ी दिक्कत हो रही थी इसी को लेकर उसे एक पत्रकार द्वारा जिला चिकित्सालय मे निशुल्क इलाज करवाने की बात कही तो वह राजी हो गया और उसे अस्पताल मे अपने निजी वाहन से अस्पताल मे निशुल्क पर्ची बनवाई और ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर प्रदीप माथुर ( हड्डी) ने मरीज को देखते हुए उसे सरकारी अस्पताल मे निशुल्क एक्स रे करवाने का बोलकर पर्चे के पीछे अपने मोबाइल नंबर लिखा और घर आने को कहा
जब मरीज एक्सरे करवाने के बाद डॉक्टर के पास अस्पताल गया तो वह डॉक्टर साहब नही थे, घर जाने की बात सामने आई इसी दोरान डॉक्टर साहब द्वारा पर्चे पर लिखे मोबाइल नंबर का जिक्र याद आया तो उस नंबर पर फोन लगाते हुए एक्स रे को घर दिखाने पहुँचे ऐसा लग रहा था जैसे यह डॉक्टर साहब मरीजो के प्रति बड़े सवेंदनशील है उन्होंने अपने एक्स रे को देखा और सामान्य चोंट बताकर कुछ दिन आराम फरमाने को कहा और अपने नाम और विशेषज्ञ की पहचान वाले पर्चे पर सात आठ सो रुपए का ट्रीटमेंट लिखते हुए निजी दुकान से खरीदने को कहा जबकि यह दवाइयाँ जिला अस्पताल मे नही होने पर प्रश्न चिन्ह लगता नजर आया।और 5 फिट की एक पट्टी के साथ 500 रुपए मांगे जब देने से मना किया तो डॉक्टर माने नही।उनका कहना था कि घर पर चार्ज लगता है।।
डॉक्टर से मिडीया कर्मी ने कहा सर गरीब है छोड़ दीजिये, तो डॉक्टर बोले पैसा तो देना होगा कम ही ले रहा हूँ आपका एक्स रे फ्री मे करवा दिया है। यह पुरा मामला कैमरे मे कैद हो गया।।
सीएमएचओ ने जारी किया नोटिस
मामले मे सीएमएचओ डॉ किरण वाडीवा से बात की तो उन्होंने कार्यवाही की बात के करते हुए नोटिस जारी करने की बात कही।
नोटिस जारी करने से पहले सीएमएचओ ने संब्ंधित डॉक्टर इसमें जवाब तलब करने हेतु लिखा गया है।। नोटिस तो दिया लेकिन रविवार होने के कारण उन्होंने अब सोमवार नही मंगलवार को नोटिस उपलब्ध करवाने की बात कही।।
जिला कलेक्टर को की गई शिकायत
इस मामले मे पीड़ित ने राशि देने और अस्पताल मे इलाज करवाने गए किंतु डॉक्टर साहब ने जो भर्ती पर्चा बनवाया उसको देखे बगैर ही एक्स रे पर्चा लिखकर अपने घर आने को कहा था इसी बीच राशि लेने के मामले मे मना करने के बाद डॉक्टर साहब ने रहम नही किया, इसी से नाराज होकर कलेक्टर राजगढ़ को लिखित आवेदन देकर मामले मे कार्यवाही की मांग की है।।
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