
शिक्षा का ज्ञान केवल कागज़ों पर
- महेंद्र कुमार (गुडडू), ब्यूरो चीफ भिवंडी
- Aug 22, 2024
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कई स्कूलों की हालत खराब,मुख्य लाइब्रेरी एक साल से बंद
भिवंडी। भिवंडी मनपा की तरफ से संचालित मंडई स्थित भारतरत्न डॉ, बाबासाहेब आंबेडकर लाइब्रेरी की इमारत खतरनाक होने के कारण पिछले साल बंद कर दी गई थी। मजदूर बाहुल्य शहर वाली इस लाइब्रेरी में पढने के लिए बडी संख्या में स्टूडेंट्स, परीक्षार्थी आते थे। प्रशासन ने लाइब्रेरी बंद करने के पहले कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की, जिसकी वजह से यूपीएससी और एमपीएससी सहित विभिन्न परीक्षाओं की तैयारी करने वाले स्टूडेंट्स को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
छात्रों को ज्ञान अर्जित करने में हो रही दिक्कत
मनपा प्रशासन द्वारा संचालित लाइब्रेरी की इमारत की मरम्मत न किए जाने से वह खतरनाक हो गई थी। लोगों ने इसकी शिकायत मनपा प्रशासन से करते हुए मरम्मत कराए जाने की मांग की थी। शहर के आस-पास कोई ढंग की लाइब्रेरी न होने की वजह से स्टूडेट्स यहां आकर पढ़ते थे, लेकिन जान हथेली पर रखकर बैठते थे। इमारत के खस्ताहाल होने की जानकारी मिलते ही मनपा प्रशासन ने इसकी मरम्मत कराने के बजाय बंद ही कर दिया। उक्त लाइब्रेरी पिछले सालभर से बंद है।छात्रों के कहना है कि लाइब्रेरी बंद होने से उन्हें पढ़ाई करने में कठिनाइयां हो रही है,क्योंकि प्रशासन ने इसको बंद करने के बाद कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की है।इस कारण वे पढ़ाई के लिए कहां जाए।
33 साल पुरानी है लाइब्रेरी
भारतरल्न डॉ. बाबासाहेब लाइब्रेरी 1991 में तत्कालीन नगर पालिका ने शहर के मध्य में मंडई क्षेत्र में शुरू की थी। इतनी पुरानी होने के बाद भी मनपा प्रशासन ने लाइब्रेरी का रख-रखाव नहीं किया और न मरम्मत पर कोई ध्यान नहीं दिया। सूत्र बताते है कि लाइब्री में संदर्भ पुस्तकें, कहानियं, उपन्यास, आत्मकथाएं, प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए आवश्यक पुस्तकों जैसी लगभग 50 हजार से भी अधिक किताबें है। इमारत जर्जर होने और छत व दीवारों से पानी के रिसाव की वजह से लाइब्रेरी की कई किताबें खराब हो चुकी हैं। लाइब्रेरी में शहर के जरूरतमंद स्टूडेट्स प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए आते थे। अब उन्हें काफी असुविधा हो रही है। मनपा ने यहां के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की, बल्कि यहां की किताबों को शहर की दूसरी जगह रख दिया है।जिसकी जानकारी तक स्टूडेंट व अन्य लोगो को नही है।
इमारत हो गई थी जर्जर, प्रशासन ने मरम्मत के बजाय लगाया ताला, नही की वैकल्पिक व्यवस्था
लाइब्रेरी की इमारत खतरनाक होने के कारण यहां की किताबों मिल्लतनगर स्थित मनपा की रमजान नब्बू मोमिन लाइब्रेरी में भेजने का निर्देश दिया गया था। उस लाइब्रेरी में भी पानी रिसाव हो रहा था। इसके बाद किताबों को मिल्लत नगर स्थित मनपा के हेल्थ केन्द्र में रख दिया गया है।
- स्नहल पुण्याथी, लाइब्रेरी प्रमुख
रिपोर्टर