निर्माणाधीन राष्ट्रीय राजमार्ग 19 का कार्य लगभग 20 वर्ष से भी ज्यादा हो गए आज तक नहीं हो सका पूरा
- कुमार चन्द्र भुषण तिवारी, ब्यूरो चीफ कैमूर
- Sep 01, 2024
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बिहार के सभी नेतृत्व कर्ता मूक् दर्शक बने रहे राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर 1 से दर्जा हुआ 19 की
संवाददाता श्याम सुंदर पांडेय की रिपोर्ट
दुर्गावती (कैमूर)- मुगलो के शासन काल के पहले का निर्मित राष्ट्रीय राजमार्ग आज अपना अस्तित्व खोते जा रहा है। लगभग 24,वर्ष हो गए आज भी कार्य हो रहा है लेकिन सिक्स लेन का सपना पूरा नहीं हो सका। इस राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण की आधारशिला सम्राट अशोक से भी पहले के शासकों द्वारा रखी गई थी। जिस मार्ग को सम्राट अशोक के साथ साथ शेरशाह सूरी जैसे शासकों ने भी सहयोग करके आगे बढ़ाया। रोड के दोनों तरफ फलदार वृक्ष यात्रियों को ठहरने के लिए धर्मशाला जगह-जगह पर पानी पीने के लिए के लिए कुओं का निर्माण कराया गया था। लेकिन आज के परिवेश में रोड निर्माण के समय सारे अवशेषों को नष्ट कर दिया गया। यह राष्ट्रीय राजमार्ग बंगला देश के ढाका से होते हुए कोलकाता से लेकर अमृत शहर पेशावर लाहौर पाकिस्तान से होते हुए अफगानिस्तान को जोड़ने वाला मार्ग था जो देश का प्रथम राष्ट्रीय राजमार्ग कहा जाता था लेकिन देश के विभाजन के बाद कोलकाता से लेकर अमृत शहर तक सिमट गया । बता दे की दक्षिण भारत का जब भी कोई नेता राष्ट्रीय राजमार्ग की जिम्मेवारी मंत्रालय के रूप में संभाला इस राष्ट्रीय राजमार्ग को प्रथम से दूसरे नंबर पर कर दिया और आज भी दक्षिण भारत का ही मंत्री बना है जो राष्ट्रीय राजमार्ग को राजमार्ग संख्या 19 कर दिया। अटल बिहारी वाजपेई के समय से ही इस पथ पर निर्माण का कार्य फोर लेन के रूप शुरू हुआ जो पूरा हुआ। कांग्रेस की सरकार सिक्स लेन का कार्य शुरू की लेकिन यह काम आज तक पूरा नहीं हो पाया। कांग्रेस की सरकार में राष्ट्रीय राजमार्ग पर टोल प्लाजा लगाए गए और सिक्स लेन के निर्माण के लिए कर वसूली की जाने लगी। लेकिन आज तक अरबो रुपए वसूली किए जाने के बाद भी सिक्स लेन का सपना पूरा नहीं हो पाया। इस मार्ग को ठेके के रूप में काम करने के लिए नामी गिरामी कितनी कंपनियां आई और पैसे उगाही करके चली गई लेकिन आज भी यह राष्ट्रीय राजमार्ग आधे अधूरा निर्माण की स्थिति में अटका हुआ है। आज जिस कंपनी के जिम्मे निर्माण का कार्य सरकार ने सौंपा है उसके गुणवत्ता पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। रोड निर्माण में न मानक के अनुरूप काम हो रहा है न काम के समय कहीं भी उसके पदाधिकारी मौजूद रहते हैं। रोड पर जहां भी अंडर पास पुलिया बनी है वहां पर रोड को जोड़ते समय सही ढंग से काम नहीं होने के कारण आज भी गाड़ियां हिचकोले खाती है। काम में देरी होने के कारण जितने भी साइड से बाईपास रोड बने हैं उसकी सही व्यवस्था नहीं होने से कितने लोग मौत की घाट उतर जा रहे हैं। जब राष्ट्रीय राजमार्ग को 1 से 2 और 2 से 19 बनाया जा रहा था तो बंगाल बिहार उत्तर प्रदेश हरियाणा पंजाब के तमाम सांसद क्या सदन में मौजूद नहीं थे और मौजूद थे तो ईस राष्ट्रीय धरोहर को 19 राष्ट्रीय राजमार्ग क्यों बनने दिया क्या इसका विरोध करना उचित नहीं था। आज यह राष्ट्रीय राज मार्ग देश की पहचान को खोते जा रहा है और काम सही समय पर भी पूरा नहीं हो रहा है लेकिन सारे सांसदों के मुंह पर ताला लगा हुआ है। इन सब ज्वलंत मुद्दों पर जनता को ध्यान देना चाहिए और आने वाले चुनाव में सांसदों से हिसाब किताब लेना चाहिए ताकि देश में चल कार्यों का सही रूप से समय पर निष्पादन हो सके।
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