वाराणसी में नकली क्राइमब्रांच चलाने वाले दरोगा-गुर्गों के खिलाफ चार्जशीट

Reporter_Rinku gupta

वाराणसी : में वर्दी की आड़ में लुटेरों का गैंग चलाने वाले दरोगा सूर्य प्रकाश पांडे और उसके गुर्गों के खिलाफ विवेचना पूरी हो गई है। रामनगर पुलिस इंस्पेक्टर ने चार्जशीट तैयार कर ली है। इंस्पेक्टर ने चार्जशीट की एक प्रति ACP कोतवाली को सौंप दी है, जिसे कमिश्नर के अवलोकन के बाद कोर्ट में पेश किया जाएगा।

वहीं इस केस का मुख्य आरोपी सूर्यप्रकाश पांडे को पिछले दिनों पुलिस की लचर पैरवी से जमानत मिल गई थी। अभियोजन की लचर पैरवी और पुलिस के अधूरे साक्ष्य उसकी जमानत नहीं रोक सके। जिसके बाद महकमे में हड़कंप मच गया था।

हाईकोर्ट के आदेश पर प्राइवेट क्राइम ब्रांच चलाने वाले दरोगा को रिहा होने के बाद अधिकारियों को खबर लगी तो कोतवाल और ACP पर गाज गिरी लेकिन लूटकांड में आरोपी दरोगा के खिलाफ बर्खास्तगी समेत कठोर कार्रवाई का अधिकारियों का दावा भी हवा हवाई हो गया।

यह चार्जशीट सर्राफ के कर्मचारियों को उतारकर असलहे के बल पर 42.50 लाख की डकैती के मामले में रामनगर थाना प्रभारी निरीक्षक ने पूरी की है। अब देखना है कि पुलिस की चार्जशीट में दरोगा की भूमिका कितनी दिखाई जाती है।

जमानत के बाद हटाए गए थे कोतवाल और एसीपी

वर्दी की आड़ में लुटेरों का गैंग चलाने वाले दरोगा सूर्य प्रकाश पांडे और उसके गुर्गों के खिलाफ जांच के बीच हाईकोर्ट से जमानत पर आला अधिकारी बेखबर थे, जब पता चला तो अधीनस्थों पर तेवर दिखाए। समय से उच्चाधिकारियों को अवगत नहीं कराने पर पुलिस आयुक्त ने नाराजगी जताई थी। उसकी रिपोर्ट भेजने के बाद फॉलोअप भी नहीं किया गया।

तत्कालीन एसीपी कोतवाली और रामनगर थाना प्रभारी के खिलाफ विभागीय जांच बैठाई गई है। पुलिस आयुक्त ने फिलहाल ACP कोतवाली अमित श्रीवास्तव को हटाकर एसीपी सुरक्षा बना दिया है और इंस्पेक्टर रामनगर अनिल कुमार शर्मा को लाइन हाजिर कर दिया था लेकिन अब चार्जशीट पर लोगों की निगाहें टिकी हैं। जमानत के बाद चार्जशीट दाखिल करने पर भी सवाल उठ रहे हैँ।

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