
भिवंडी पुलिस की कार्यशैली पर सवाल: मटका जुआ अड्डों पर छापे के बाद भी माफिया बेखौफ
- महेंद्र कुमार (गुडडू), ब्यूरो चीफ भिवंडी
- Sep 27, 2024
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भिवंडी। भिवंडी के निजामपुर पुलिस थाने के अंतर्गत मटका जुआ अड्डों पर छापेमारी और आरोपियों की गिरफ्तारी के बावजूद, जुआ माफियाओं की गतिविधियां बंद होने का नाम नहीं ले रही हैं। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि पुलिस की कार्रवाई महज दिखावा बनकर रह गई है और जुआ माफिया पुलिस की ढिलाई का फायदा उठाकर बेखौफ अपना अवैध धंधा जारी रखे हुए है।
पुलिस की निष्क्रियता पर उठे सवाल ::
पिछले दो दिनों में निजामपुर पुलिस ने छत्रपति शिवाजी महाराज चौक और खाड़ीपार स्थित शान होटल की गल्ली दो प्रमुख मटका जुआ अड्डों पर छापा मारकर कुछ आरोपियों को हिरासत में लिया।गिरफ्तार किए गए लोगों से मामूली नकदी और जुआ साहित्य जब्त किया गया लेकिन छापेमारी के तुरंत बाद माफिया फिर से अपने अड्डों को सक्रिय करने में सफल रहे।यह पुलिस की नाकामी और माफियाओं के साथ उसके कथित सांठगांठ पर गंभीर सवाल खड़े करता है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुलिस केवल दिखावे के लिए छापेमारी करती है और केस दर्ज करके फाइलें बंद कर देती है।पुलिस की ऐसी कमजोर कार्यवाही माफियाओं को खुला समर्थन देने जैसा है।जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया जाता है उन्हें बिना कोई सख्त कार्रवाई के सिर्फ नोटिस देकर छोड़ दिया जाता है, जिससे वे दोबारा से वही धंधा शुरू कर देते हैं।
माफियाओं का पुलिस पर दबदबा ?
सूत्रों के अनुसार जुआ माफिया पुलिस के आने की जानकारी पहले से ही हासिल कर लेते हैं और मौके से फरार हो जाते है। यह संदेह पैदा करता है कि कहीं पुलिस के अंदरूनी लोग ही माफियाओं को छापेमारी की सूचना तो नहीं दे रहे ? पुलिस द्वारा की गई छापेमारी महज एक औपचारिकता बनकर रह गई है जिससे माफियाओं पर कोई असर नहीं पड़ रहा।
स्थानीय लोगों में नाराजगी ::
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि मटका जुआ अड्डों की वजह से इलाके में अपराध और असामाजिक गतिविधियां बढ़ती जा रही हैं। जब भी पुलिस से शिकायत की जाती है, वे मामूली कार्रवाई करके केस रफा-दफा कर देती हैं। इस तरह की कमजोर पुलिसिंग से लोगों का पुलिस पर से विश्वास उठता जा रहा है।
क्या पुलिस माफियाओं के साथ मिलीभगत में है ? :
इन घटनाओं से एक बड़ा सवाल यह खड़ा हो रहा है कि क्या पुलिस जानबूझकर माफियाओं को खुला छोड़ रही है ? या फिर पुलिस और माफियाओं के बीच कोई सांठगांठ है ? हर बार पुलिस की कार्रवाई के बाद जुआ अड्डों का फिर से चालू हो जाना, यह साबित करता है कि या तो पुलिस कार्रवाई में गंभीर नहीं है या फिर माफियाओं को बचाने का प्रयास हो रहा है।
न्याय की मांग :::
स्थानीय लोग और सामाजिक कार्यकर्ता अब उच्च अधिकारियों से अपील कर रहे हैं कि इस मामले की निष्पक्ष जांच की जाए और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएं। लोगों का मानना है कि जब तक पुलिस में सुधार नहीं होगा और माफियाओं पर कड़ी कार्रवाई नहीं होगी, तब तक भिवंडी में अवैध जुआ का कारोबार यूं ही चलता रहेगा। भिवंडी पुलिस की मौजूदा कार्यशैली से साफ है कि जुआ माफियाओं पर सख्त कार्रवाई की जरूरत है। लगातार छापेमारी के बावजूद मटका जुआ अड्डों का फिर से चालू हो जाना पुलिस की कार्यकुशलता पर गंभीर सवाल खड़े करता है। स्थानीय लोग अब इस मुद्दे पर ठोस और स्थायी समाधान की मांग कर रहे हैं।
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