भिवंडी पालिका के प्रभाग क्रमांक समिति 2‌ का कार्यालय

सुरक्षा और बुनियादी सुविधाओं का अभाव महिलाएं व नागरिक परेशान

भिवंडी। भिवंडी निजामपुर शहर महानगर पालिका का प्रभाग समिति 2 कार्यालय इन दिनों अव्यवस्था और प्रशासनिक लापरवाही का शिकार है। सुरक्षा और बुनियादी सुविधाओं के अभाव के कारण न केवल यहां काम करने वाले कर्मचारी, बल्कि यहां आने वाले नागरिक भी भारी परेशानियों का सामना कर रहे है। खासकर, महिला कर्मचारियों के लिए यह स्थिति असहनीय बन गई है। जहां उन्हें शौचालय तक की सुविधा से वंचित रखा गया है। प्रशासन की इस लापरवाही ने कर्मचारियों और नागरिकों को असुरक्षित और असुविधाजनक स्थिति में धकेल दिया है।

पुरानी इमारत की बदहाली और प्रशासन का गैर-जिम्मेदाराना रवैया :::

प्रभाग समिति 2 का कार्यालय पहले भिवंडी पालिका की पुरानी इमारत में था, जो लगातार बारिश और प्रशासन की अनदेखी के कारण जर्जर हालत में पहुंच गया। इमारत की छत पर लगे सीमेंट पतरे टूट गए थे।जिससे बारिश का पानी कार्यालय में घुसकर दस्तावेजों को नुकसान पहुंचा रहा था।लाखों रुपये खर्च कर सीमेंट पतरे की मरम्मत की गई, लेकिन उसकी गुणवत्ता इतनी खराब थी कि थोड़े समय बाद ही सीमेंट पतरे फिर से टूटने लगे। प्रशासन की विफलता का परिणाम यह हुआ कि कार्यालय को टेमघर गांव स्थित एक अस्थायी भवन में शिफ्ट कर दिया गया।

नए कार्यालय में भी समस्याएं जस की तस ::

नए कार्यालय में भी समस्याएं खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। प्रशासन ने यह स्थान भले ही अस्थायी तौर पर चुना हो, लेकिन यहां सुरक्षा और सुविधाओं का कोई ध्यान नहीं रखा गया। सबसे बड़ी विफलता है—सड़क पर ही टैक्स जमा करने की व्यवस्था, जो न केवल असुरक्षित है, बल्कि यहां काम करने वाले कर्मचारियों और टैक्स जमा करने आने वाले नागरिकों को भी डर के साये में काम करने को मजबूर करती है। इस क्षेत्र में चोरी,महिलाओं के गहने छीनने जैसी घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन पालिका प्रशासन सुरक्षा के कोई पुख्ता इंतजाम नहीं कर सका है।

महिला कर्मचारियों के लिए शौचालय की सुविधा भी नहीं ::

सबसे शर्मनाक पहलू यह है कि इस नए कार्यालय में महिला कर्मचारियों के लिए शौचालय तक की सुविधा नहीं है। यहां काम कर रही लगभग एक दर्जन महिला कर्मचारियों को नित्य क्रिया के लिए पास की सोसाइटी का सहारा लेना पड़ता है। यह स्थिति पूरी तरह से प्रशासन की असंवेदनशीलता को दर्शाती है। कई महिलाएं शुगर और ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों से पीड़ित है और उन्हें इस असुविधा के कारण स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।आज के समय में जब महिला सशक्तिकरण की बात की जाती है, ऐसे में पालिका का यह रवैया निंदनीय है।

नागरिकों की परेशानियां और प्रशासन की अनदेखी :

प्रभाग समिति 2 का कार्यालय नए स्थान पर आने से नागरिकों को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। गैबीनगर,काप अली,खान कंपाउंड,पिरानी पाड़ा और गोविंद नगर के नागरिकों को यहां आने में घंटों का समय लग जाता है‌। क्योंकि कल्याण रोड पर हमेशा जाम लगा रहता है। स्थानीय नागरिक सिराज खान ने बताया कि टैक्स भरने के लिए उन्हें 60 रुपये ऑटो का किराया देना पड़ा और ट्रैफिक जाम के कारण दो घंटे का समय बर्बाद हुआ। एक अन्य नागरिक रेहान अंसारी ने कहा कि प्रशासन को पुराने कार्यालय को मरम्मत कर वापस उसी स्थान पर ले जाना चाहिए, ताकि नागरिकों और कर्मचारियों को इस तरह की परेशानियों से राहत मिल सके। लेकिन प्रशासन की अनदेखी के कारण नागरिकों को छोटे-मोटे कामों के लिए पूरा दिन बर्बाद करना पड़ रहा है।

प्रशासन की लापरवाही से हो रही समस्याएं :

यह सारी समस्याएं प्रशासन की निष्क्रियता और लापरवाही का परिणाम हैं। अगर समय रहते पुराने कार्यालय की मरम्मत की गई होती, तो आज यह स्थिति नहीं आती। न सिर्फ नागरिक, बल्कि कर्मचारी भी इस बदइंतजामी का शिकार हो रहे है। महिला कर्मचारियों के लिए बुनियादी सुविधाएं न होने के कारण यह मामला और भी गंभीर हो जाता है। प्रशासन की विफलता ने नागरिकों और कर्मचारियों दोनों को असुरक्षित और असुविधाजनक माहौल में काम करने पर मजबूर कर दिया है। भिवंडी पालिका प्रशासन की यह लापरवाही किसी बड़े हादसे को आमंत्रित कर रही है। नागरिकों और कर्मचारियों की सुरक्षा और सुविधा प्रशासन की प्राथमिक जिम्मेदारी होनी चाहिए, लेकिन वर्तमान स्थिति इसके विपरीत है। पालिका को जल्द से जल्द इस मामले में हस्तक्षेप कर नागरिकों और कर्मचारियों के लिए उचित व्यवस्था करनी चाहिए, ताकि उन्हें और ज्यादा परेशानियों का सामना न करना पड़े। महिला कर्मचारियों के लिए शौचालय जैसी बुनियादी सुविधा उपलब्ध कराना और सड़क पर टैक्स जमा करने जैसी असुरक्षित व्यवस्थाओं को खत्म करने प्राथमिकता देने की‌ मांग दक्ष नागरिकों से आयुक्त से की है।

रिपोर्टर

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