
भिवंडी पश्चिम विधानसभा सीट: 2024 के चुनाव में कौन मारेगा बाजी ?
- महेंद्र कुमार (गुडडू), ब्यूरो चीफ भिवंडी
- Sep 29, 2024
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भिवंडी। महाराष्ट्र में 2024 विधानसभा चुनाव की रणभेरी बजने वाली है और इस बार भिवंडी पश्चिम विधानसभा सीट पर होने वाला चुनाव बेहद दिलचस्प होने की उम्मीद है। पिछले तीन चुनावों में दो बार भाजपा और एक बार समाजवादी पार्टी ने जीत हासिल की है,लेकिन इस बार का चुनाव समीकरण कई वजहों से खास बन गया है। मौजूदा भाजपा विधायक महेश चौघुले हैट्रिक लगाने की तैयारी कर रहे है जबकि कांग्रेस पार्टी पूर्व महापौर विलास आर.पाटिल को कड़ी चुनौती देने के लिए मैदान में उतर सकती हैं।
भाजपा के महेश चौघुले: विकास और वर्चस्व का मजबूत दावा ::
भिवंडी पश्चिम सीट से दो बार विधायक रहे महेश चौघुले इस बार भी भाजपा के सबसे मजबूत उम्मीदवार बने हुए हैं। उनके नेतृत्व में पिछले वर्षों में भिवंडी पश्चिम में कई विकास कार्य हुए है। जिनमें बुनियादी ढांचे का विकास,जल आपूर्ति और सड़कों की मरम्मत जैसी परियोजनाओं ने क्षेत्र को लाभान्वित किया है। महेश चौघुले की मुस्लिम समुदाय में भी अच्छी पकड़ मानी जाती है। जो इस सीट के मतदाता समीकरण में सबसे निर्णायक भूमिका निभाते है। मुस्लिम समुदाय के लिए रोजगार और शिक्षा के क्षेत्र में किए गए विशेष प्रयासों से उन्होंने वहां के लोगों का समर्थन हासिल किया है। भाजपा की राज्य और केंद्र सरकार की योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन से जनता के बीच उनका कद और बढ़ा है। चौघुले के चुनावी अनुभव और संगठनात्मक ताकत को देखते हुए, वे 2024 में भी एक प्रमुख दावेदार है। तीसरी बार जीत हासिल करने के लिए वे क्षेत्र में जनसंपर्क और प्रचार-प्रसार की मुहिम को जोर-शोर से चला रहे है।
कांग्रेस के विलास आर.पाटिल: सधी हुई रणनीति से देंगे चुनौती :::
विलास आर.पाटिल, जो भिवंडी महानगर पालिका के पूर्व महापौर रह चुके है। इस बार कांग्रेस की ओर से चुनावी मैदान में उतर सकते हैं। पाटिल का भिवंडी में लंबा राजनीतिक अनुभव और मुस्लिम नेताओं के साथ जुड़ाव उन्हें एक मजबूत दावेदार बनाता है। कांग्रेस पार्टी इस बार भिवंडी पश्चिम सीट पर अपना प्रभाव जमाने के लिए पूरी ताकत झोंक रही है और पाटिल के जरिए भाजपा को कड़ी टक्कर देने की रणनीति पर काम कर रही है। विलास पाटिल के पास भिवंडी शहर में एक सशक्त राजनीतिक धरोहर है। जिसका फायदा वे चुनाव में उठाने की कोशिश करेंगे। मुस्लिम मतदाताओं का बड़ा हिस्सा भी उनकी ओर झुक सकता है। जिससे चुनावी मुकाबला बेहद रोमांचक हो सकता है।
मुस्लिम मतदाता: चुनावी गणित को बदलने की ताकत :
भिवंडी पश्चिम सीट पर मुस्लिम मतदाता निर्णायक भूमिका में है। इस विधानसभा क्षेत्र में वर्ष 2019 जातीय आंकड़े के अनुसार करीब 1.5 लाख मुस्लिम मतदाता हैं, जो कुल मतदाताओं का लगभग आधा हिस्सा हैं। 2009 में समाजवादी पार्टी के अब्दुल राशिद ताहिर मोमिन ने इस समर्थन से जीत दर्ज की थी, लेकिन 2014 और 2019 में भाजपा ने अपने सधे हुए चुनावी रणनीति से लगातार जीत हासिल की। इस बार भी यदि मुस्लिम वोटों का विभाजन होता है, तो भाजपा को इसका सीधा फायदा मिल सकता है। कांग्रेस, सपा और निर्दलीय मुस्लिम उम्मीदवारों की उपस्थिति से मुस्लिम वोटों का बंटवारा हो सकता है, जो महेश चौघुले के पक्ष में परिणाम ला सकता है।
जातीय समीकरण: एक संतुलित खेल :
भिवंडी पश्चिम सीट पर वर्ष 2019 के आंकड़े के अनुसार मुस्लिमों के अलावा करीब 7 हजार एससी और 3.5 हजार एसटी वोटर भी हैं। जातीय समीकरण भी इस चुनाव में निर्णायक भूमिका निभाएंगे। भाजपा जहां हर वर्ग को साथ लेकर चलने की कोशिश कर रही है,वहीं कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल भी जातीय आधार पर मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करने का प्रयास कर रहे हैं। वर्ष सितंबर 2024 के आंकड़े के अनुसार वर्तमान समय में इस सीट पर 3 लाख 23 हजार 377 कुल मतदाता है। जिनमें 1 लाख 37 हजार 747 वोटर्स महिला,1 लाख 85 हजार 473 पुरूष और 157 अन्य मतदाताओं का समावेश है।
2024 का चुनाव: भविष्य की दिशा :
भिवंडी पश्चिम विधानसभा सीट पर 2024 का चुनाव न केवल महेश चौघुले और विलास पाटिल के बीच मुकाबला होगा,बल्कि यह देखना भी दिलचस्प होगा कि मुस्लिम मतदाता किस ओर झुकते हैं और जातीय समीकरण कैसे काम करते हैं। भाजपा जहां विकास और स्थिरता के एजेंडे पर जनता से वोट मांग रही है, वहीं कांग्रेस परिवर्तन और सामाजिक न्याय के मुद्दों को प्रमुखता दे रही है। भिवंडी की जनता के लिए यह चुनाव विकास और राजनीतिक स्थिरता के बीच एक महत्वपूर्ण चुनाव होगा। महेश चौघुले अपनी हैट्रिक लगाने के लिए मैदान में डटे हैं, लेकिन विलास पाटिल की चुनौती को हल्के में लेना एक भूल हो सकती है। आखिरकार, 2024 में भिवंडी पश्चिम की जनता किसे चुनेगी, यह देखने के लिए चुनाव परिणामों का इंतजार करना होगा, लेकिन एक बात तो साफ है कि इस बार का चुनाव बेहद रोमांचक और कड़ा होने वाला है।
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