भिवंडी के गोदाम में भीषण आग से करोड़ों का नुकसान

गोदाम के सुरक्षा इंतजामों पर फिर उठे सवाल

भिवंडी। महाराष्ट्र के भिवंडी इलाके में एक बार फिर गोदाम में लगी भीषण आग ने सुरक्षा मानकों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। मुंबई-नाशिक महामार्ग पर वालशिंद गांव के पास स्थित वी. लॉजिस्टिक्स के विशाल जंबो गोदाम में बीती रात आग भड़क उठी, जिससे करोड़ों रुपये के माल का नुकसान हुआ है। गोदाम में रखे ऑयल, केमिकल, प्लास्टिक और कपड़ा जैसे ज्वलनशील पदार्थ आग की चपेट में आ गए, जिससे कई विस्फोट हुए और आग ने पूरे गोदाम को अपनी चपेट में ले लिया।

अग्निशमन दल की चुनौतियां और देरी :

आग लगते ही भिवंडी, ठाणे, कल्याण और नवी मुंबई से अग्निशमन दल की गाडियां मौके पर पहुंचे, लेकिन प्रारंभिक घंटों में अग्निशमन गाड़ियों की कमी के चलते आग बेकाबू हो गई। ठाणे में प्रधानमंत्री की सभा के चलते कई संसाधन वहां तैनात थे, जिससे आग बुझाने में देरी हुई। इसके अलावा,इलाके में पानी की पर्याप्त व्यवस्था न होने और गोदाम की संरचना के गिरने से भी आग बुझाने में दिक्कतें आईं। अंततः 12 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका।

आग लगने के कारण अज्ञात, करोड़ों की संपत्ति स्वाहा :

हालांकि इस हादसे में किसी की जान नहीं गई, लेकिन गोदाम में रखा सामान पूरी तरह जलकर खाक हो गया। आग लगने का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। प्राथमिक जांच में शॉर्ट सर्किट या रसायनों की असावधानी से हुए विस्फोट को संभावित कारण बताया जा रहा है, लेकिन आधिकारिक पुष्टि का इंतजार है।

भिवंडी में सुरक्षा मानकों पर उठे सवाल:

भिवंडी और आसपास के इलाकों में गोदामों में आग लगने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, जो सुरक्षा व्यवस्थाओं की गंभीर कमी को उजागर करती हैं। औद्योगिक क्षेत्रों में भारी मात्रा में ज्वलनशील सामग्री के भंडारण के बावजूद, अग्नि सुरक्षा उपायों की कमी चिंता का विषय है। औद्योगिक गोदामों में सुरक्षा मानकों के उल्लंघन और अग्निशमन संसाधनों की अनुपलब्धता इस तरह की दुर्घटनाओं को और गंभीर बना देती है।स्थानीय प्रशासन और उद्योगपतियों के लिए यह घटना एक चेतावनी होनी चाहिए कि बिना मजबूत सुरक्षा उपायों के औद्योगिक क्षेत्रों में आगजनी की घटनाएं रुकने वाली नहीं हैं। इन घटनाओं से न केवल आर्थिक नुकसान हो रहा है, बल्कि जान का जोखिम भी बना रहता है।

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