
भिवंडी महानगरपालिका में घोटाले का पर्दाफाश !
- महेंद्र कुमार (गुडडू), ब्यूरो चीफ भिवंडी
- Oct 16, 2024
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सहारा ट्रेडर्स ठेकेदार को पहुंचाया गया लाखों का फायदा
अशोका होटल इमारत ध्वस्त करवाने के नाम पर भारी भष्ट्राचार
सुदाम जाधव पर लाखों के नुकसान का आरोप
भिवंडी। भिवंडी-निजामपुर महानगरपालिका में एक और बड़ा घोटाला सामने आया है जहां अशोका होटल की तीन मंजिला इमारत को तोड़ने के ठेके में भारी भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे है। ठेका जानबूझकर कल्याण रोड़ के सहारा ट्रेडर्स को कम मूल्यांकन पर दिया गया। जिससे पालिका को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। इस भ्रष्टाचार के केंद्र में शहर विकास नियंत्रण अधिकारी सुदाम जाधव का नाम उभरकर सामने आ रहा है।
अशोका होटल की ध्वस्त इमारत में भ्रष्टाचार की बुनियाद ::::
प्रभाग समिति क्रमांक दो के अंतर्गत आने वाले अशोका होटल की इमारत को ध्वस्त करने का ठेका, सहारा टेडर्स को बाजार मूल्य से काफी कम पर दिया गया है।जानकारी के अनुसार कई अन्य ठेकेदार इस ठेके के लिए तीन गुना अधिक राशि पालिका प्रशासन को देने के लिए तैयार थे। लेकिन पालिका के अधिकारियों ने अपनी निजी स्वार्थ के चलते कम बोली वाले ठेकेदार को यह काम सौंप दिया। शहर के नागरिकों का आरोप है कि यह ठेका सुदाम जाधव द्वारा जानबूझकर ऐसे ठेकेदार को दिलवाया गया है। जिससे मोटी रिश्वत ली जा सके।
पालिका में भ्रष्टाचार का गहराता जाल ::::
पिछले कुछ वर्षों से भिवंडी महानगरपालिका में जर्जर इमारतों को तोड़ने का खेला चल रहा है। पालिका के कई अधिकारियों ने निजी ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने के लिए शहर की संपत्तियों का तोड़ने के लिए कम मूल्यांकन कर ठेके दिए है। इसमें शामिल अधिकारी ठेकेदारों से मोटी रकम लेकर अपना हिस्सा बांट रहे हैं। वार्ड ऑफिसर से लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधि और पूर्व नगरसेवक भी इस भ्रष्ट तंत्र का हिस्सा बन चुके है। जिससे पालिका प्रशासन के राजस्व उत्पन्न में करोड़ों रुपये का नुकसान हो चुका है। पालिका सुत्रों की माने कल्याण रोड़ के भंगार व्यवसायी सहारा ट्रेडर्स को पालिका क्षेत्र अंर्तगत अवैध व जर्जर इमारत तोड़ने के लिए 8 जनवरी 2024.से ठेका दिया जा रहा है। अभी तक सहारा ट्रेडर्स से दो दर्जन से अधिक धोखादायक व जर्जर इमारतें तोड़ा है। जिसमें में कुल चार इमारतों की रियाल्टी लगभग 4 लाख रूपये पालिका के राजस्व में भरा है। बाकी लगभग 25 लाख अधिक धनराशि का भुगतान नहीं किया। सुत्रों की माने पूर्व ठेकेदार साईद का 13 लाख रूपये पालिका का रियाल्टी टैक्स बकाया है।
सुदाम जाधव पर गंभीर आरोप ::::
इस पूरे घोटाले में सबसे बड़ा नाम सुदाम जाधव का है जो शहर विकास नियंत्रण अधिकारी है। नागरिकों का आरोप है कि उन्होंने इस ठेके में पालिका को लाखों रुपये का नुकसान पहुंचाया और खुद बड़ी राशि का घोटाला किया। कहा जा रहा है कि इस भ्रष्टाचार में पालिका के उच्च अधिकारी भी शामिल है जो सुदाम जाधव के साथ मिलीभगत कर रहे है। सुदाम जाधव वही अधिकारी है जिससे संपत्ति पर टैक्स लगाने और संपत्ति मालिक से 1.50 लाख रूपये रिश्वत लेते एंट्री करप्शन विभाग ने रंगेहाथ गिरफ्तार किया था। यही नहीं जीलानी बिल्डिंग हादसे के मामले में इनके ऊपर लापरवाही का केस भी दर्ज है। लोगों की माने तो भष्ट्र होने व वसूली में मास्टर माइंड की डिग्री होने के कारण रिश्वत कांड में फंसने के बाद पुनः पालिका सेवा में हाजिर कर लिया गया।
जनता का आक्रोश और कार्रवाई की मांग :::
शहर के जागरूक नागरिक इस घोटाले से नाराज है और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे है। उनका कहना है कि पालिका में व्याप्त इस तरह के भ्रष्टाचार से शहर का विकास अवरुद्ध हो गया है और इसका सीधा असर जनता पर पड़ रहा है। अगर जल्द ही सुदाम जाधव और उनके साथ जुड़े अन्य अधिकारियों पर ठोस कार्रवाई नहीं की गई तो भिवंडी शहर का भविष्य अंधकारमय हो सकता है। नागरिकों का कहना है कि यह भ्रष्टाचार का जाल केवल ठेकेदारी तक सीमित नहीं है बल्कि पालिका की कई अन्य संपत्तियों और परियोजनाओं में भी ऐसी ही अनियमितताएं सामने आ रही है। अब देखना यह है कि प्रशासन इस घोटाले पर क्या कदम उठाता है और क्या सुदाम जाधव और अन्य दोषियों पर कोई सख्त कार्रवाई होती है। इस तरह के भ्रष्टाचार से निपटने के लिए शहर के नागरिक अब सड़कों पर उतरने की तैयारी में हैं, ताकि अपने शहर के विकास और संपत्ति की रक्षा की जा सके।
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