गोवर्धन शोभायात्रा आज, अन्नकूट कल

रिपोर्टर _रिंकू गुप्ता

वाराणसी-कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा के दिन अन्नकूट के पर्व का विधान है। इस दिन सभी छोटे बड़े देवालयों में छप्पन भोग अर्पित किए जाते हैं। दो नवंबर को काशी विश्वनाथ मंदिर, अन्नपूर्णा मंदिर, मछोदरी में स्वामी नारायण मंदिर इस पर्व के प्रमुख केंद्र होंगे। वहीं गोवर्धन पूजा समिति की ओर से पहली नवंबर को शोभायात्रा हथुआ मार्केट से निकाली जाएगी।

इस वर्ष दीपावली के अगले दिन भी अमावस्या होने से अन्नकूट का पर्व एक दिन बाद मनाया जाएगा। काशी विश्वनाथ मंदिर और अन्नपूर्णा मंदिर में अन्नकूट की झांकी विश्वविख्यात है। लड्डुओं का शिवालय बनाने वाले सांचे का निर्माण अब से करीब पांच दशक पूर्व बीएचयू के दृश्य कला संकाय के रीडर पं.जयशंकर मिश्र ने तत्कालीन महंत पं. रामशंकर त्रिपाठी के आग्रह पर किया था।

अन्नकूट पर बाबा को लगेगा 14 कुंतल मिष्ठान्न का भोग

वाराणसी। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में अन्नकूट पर 2 नवंबर को बाबा को 56 प्रकार की 18 कुंतल मिठाइयों का भोग लगेगा। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर विशिष्ट विकास परिषद के डिप्टी कलेक्टर शम्भु शरण ने बताया कि अन्नकूट के दिन सुबह 11.30 बजे भोग आरती के बाद मंदिर परिसर स्थित सत्यनारायण मंदिर से ही बाबा की चल प्रतिमा की यात्रा निकाली जाएगी। तत्पश्चात चलप्रतिमा गर्भगृह में दर्शन करने के लिए रखी जाएगी। चल प्रतिमा का शाम 6 बजे तक भक्तों को दर्शन मिलेगा। सप्तऋषि आरती से पूर्व बाबा की चल प्रतिमा को गर्भगृह से निकालकर सुरक्षित स्थान पर रखा जाएगा।

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