भिवंडी पूर्व में चुनावी जंग की गूंज

रूपेश दादा म्हात्रे की दमदार हुंकार से विपक्षी खेमा में हलचल


कार्यकर्ताओं, समर्थकों का भारी जमावड़ा

भिवंडी।  भिवंडी पूर्व विधानसभा क्षेत्र में राजनीतिक समीकरण तेजी से बदल रहे है। पूर्व विधायक रूपेश दादा म्हात्रे ने अपनी चुनावी दावेदारी के ऐलान के साथ जोरदार हुंकार भरी है। इस ऐलान के दौरान आयोजित बैठक सभा में कार्यकर्ताओं और समर्थकों का सैलाब उमड़ पड़ा। हर ओर जोश और समर्थन की गूंज सुनाई दी और महिलाओं से लेकर युवाओं तक हर वर्ग ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।

महिलाओं और मुस्लिम समुदाय का उत्साह :::

सभा में कुर्सियां कम पड़ने पर कई समर्थक जमीन पर बैठ गए, लेकिन उत्साह में कोई कमी नहीं आई। खासतौर पर मुस्लिम महिलाओं और मतदाताओं की भारी उपस्थिति ने कार्यक्रम को और खास बना दिया। तेलुगु समुदाय के लोगों ने भी भारी संख्या में मौजूद होकर अपना समर्थन जताया। तेलुगु समुदाय के नेता संजय भास्कर ने मंच से रूपेश म्हात्रे का साथ देने का ऐलान किया। जिससे स्थानीय मतदाताओं में नया उत्साह देखने को मिला।

स्थानीयता और निरंतर संपर्क का मुद्दा :::

सभा को संबोधित करते हुए राकांपा भिवंडी शहर की महिला अध्यक्षता ने कहा, “रूपेश म्हात्रे हमेशा हमारे सुख-दुख में खड़े रहते हैं। वह अत्याचार बर्दाश्त नहीं करते और हमारे लिए लड़ते हैं।” वहीं, कार्यकर्ता ताबरेज हाफिज ने कहा, “हम दादा को टिकट न मिलने से निराश थे, लेकिन आज यह भीड़ बता रही है कि जीत पहले ही मिल चुकी है।”

सुरेश टावरे ने भी अपनी बात रखते हुए कहा, “सपा ने भिवंडी में उम्मीदवार उतारे है, लेकिन हमने तय किया है कि हम स्थानीय भूमिपुत्र रूपेश म्हात्रे का ही साथ देंगे।भिवंडी को ऐसे नेता की जरूरत है, जो हमेशा यहां रहे, न कि कभी-कभार दिखने वाले नेताओं की।” 

रूपेश म्हात्रे का संकल्प: विकास और एकता :::

रूपेश दादा म्हात्रे ने सभा में जोर देकर कहा, “हमने कभी दल नहीं बदला, बल्कि हमेशा निष्ठा के साथ पक्ष का काम किया। आज भिवंडी में किए गए विकास कार्य हमारे सामने हैं, चाहे वह मानकोली उड़ान पुल हो या कल्याण रोड का पुल। हमने केवल प्रचार नहीं किया, बल्कि जमीन पर काम करके दिखाया है। जातीय ध्रुवीकरण को रोकने के लिए यह लड़ाई लड़नी होगी और हम इसमें विजयी होंगे।” हमारे साथ अन्याय किया गया। जीत दर्ज कर हम सब इसका जवाब देंगे। 

सभा में कांग्रेस के पूर्व सांसद सुरेश टावरे, शिवसेना के वरिष्ठ नेता सोनिया पाटिल, कुंदन पाटिल, मनोज गगे, मोहन वल्लेवार, सुंदर नाईक, तुफैल फारूकी समेत कई गणमान्य लोग और पूर्व नगरसेवक उपस्थित थे। इस जोशीले माहौल ने यह संकेत दे दिया है कि चुनावी लड़ाई बेहद दिलचस्प होगी।

रिपोर्टर

संबंधित पोस्ट