भलुनीधाम में देव दीपावली पर लगा अपार भीड़

रोहतास।देव दीपावली के पावन अवसर पर शुक्रवार को तीन बजे रात से ही भलुनीधाम में स्नानार्थियों एवं दर्शनार्थी का अपार जैन सैलाब उमड़ पड़ा। जबकि जिला में देव दीपावली धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस संबंध में बताया जाता है कि कार्तिक पूर्णिमा का महत्व हमारे शास्त्रों के हिसाब से अद्वितीय है, इसे देव दीपावली भी कहते हैं। सनातन धर्म का महत्वपूर्ण पर्व हैं। यह दीपावली के 15 दिनों पर आता है।कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष में आने वाली पुर्णिमा को ही कार्तिक पूर्णिमा कहा जाता है! इसी दिन शिव जी ने त्रिपुरासुर नामक राक्षस का संहार किया था।इसलिए इसे त्रिपुरी पूर्णिमा भी कहा जाता है! इसी दिन सिख्खों के गुरु ,गुरु नानक जी की जयंती भी मनाई जाती है! सिख्ख लोग बहुत ही धूमधाम से यह र्पव मनाते है और शाम को खुब चाव से जूलुस निकालते हैं! 

यदि इस दिन कृतिका नक्षत्र हो तो यह महाकार्तिकी होती है! वही अगर भरनी नक्षत्र हो तो इस पुर्णिमा का विशेष फल प्राप्त होता है! शास्त्रों में मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन संध्या समय पर भगवान विष्णु जी का मत्स्यावतार हुआ था! इस दिन गंगा स्नान का भी विशेष प्रावधान है साथ ही साथ गंगा स्नान के बाद दीप दान का विशेष महत्व है कहते हैं ऐसा करने से दस यज्ञों के समान फल मिलता है! सभी देवताओं ने भी इसे महा पुनीत पर्व कहाँ है! साथ ही साथ शरद् पुर्णिमा के दिन से जो तुलसी माता का दीप जलाते हैं वो इसी दिन तक जलाते हैं! कुछ लोग तो हर महीने की पुर्णिमा को भी गंगा स्नान करते हैं। देव दीपावली जिला में हर्षोल्लास पूर्ण माहौल में संपन्न हुआ।

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