
भिवंडी में लोकतंत्र का उत्सव: ग्रामीण क्षेत्र में 61.93% मतदान, शहरी क्षेत्रों में भी मतदाताओं की भारी भीड़
- महेंद्र कुमार (गुडडू), ब्यूरो चीफ भिवंडी
- Nov 20, 2024
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भिवंडी पूर्व विधानसभा सीट पर 45.60 औत भिवंडी पश्चिम विधानसभा सीट पर 46.10 प्रतिशत मतदान
भिवंडी। भिवंडी लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाले छह विधानसभा क्षेत्रों में मतदाताओं ने अपने अधिकार का प्रयोग करते हुए भारी मतदान किया। शाम 5 बजे तक भिवंडी पूर्व में 45.60%, भिवंडी पश्चिम में 46.10% और भिवंडी ग्रामीण क्षेत्र में 61.93% मतदान हुआ। मतदान केंद्रों पर शाम के बाद भी भारी भीड़ देखी गई, जिससे मतदान प्रतिशत में और वृद्धि होने की संभावना है।
भिवंडी पूर्व, पश्चिम और ग्रामीण विधानसभा सीटों पर विभिन्न राजनीतिक दलों के बीच कड़ी टक्कर देखी जा रही है।
भिवंडी पूर्व विधानसभा सीट पर शिवसेना (शिंदे गुट) के संतोष शेट्टी और महाविकास आघाडी (सपा) के रईस कासम शेख के बीच कड़ा मुकाबला हो रहा है। इस सीट पर कुल 1,70,382 मतदाताओं ने मतदान किया है जिनमें 69,293 महिलाएं, 1,01,074 पुरुष और 15 अन्य शामिल हैं। शाम 5 बजे तक यहां 45.60% मतदान दर्ज किया गया।
भिवंडी पश्चिम विधानसभा सीट पर पांच प्रमुख उम्मीदवारों के बीच मुकाबला है, जिनमें महाविकास आघाडी (कांग्रेस) के दयानंद चोरघे, महायुति (भाजपा) के महेश चौघुले,सपा के रियाज आजमी, एआईएमआईएम के वारिस पठान और निर्दलीय उम्मीदवार विलास पाटिल शामिल हैं। इस सीट पर कुल 1,53,984 मतदाताओं ने अपना मताधिकार का प्रयोग किया है। जिसमें से 69,238 महिलाएं, 84,732 पुरुष और 14 अन्य शामिल है और शाम 5 बजे तक 46.10% मतदान दर्ज हुआ।
भिवंडी ग्रामीण विधानसभा सीट पर शिवसेना (उद्धव गुट) के महादेव घाटाल और शिवसेना (शिंदे गुट) के विधायक शांताराम मोरे के बीच सीधी टक्कर है।
ग्रामीण क्षेत्र में शाम 5 बजे तक सबसे अधिक 61.93% मतदान हुआ, जिससे क्षेत्र की राजनीतिक भागीदारी को बल मिला है।
मतदान के अंतिम चरण में कई केंद्रों पर लंबी कतारें देखी गईं। महिलाओं और बुजुर्गों में भी मतदान को लेकर खासा उत्साह दिखा। अधिकारियों का कहना है कि अंतिम आंकड़े आने के बाद मतदान प्रतिशत और बढ़ सकता है। भिवंडी के नागरिकों ने लोकतंत्र में अपनी मजबूत भागीदारी दिखाते हुए यह सिद्ध कर दिया कि वे अपने भविष्य के निर्माण में अहम भूमिका निभाना चाहते हैं। खासकर ग्रामीण क्षेत्र में हुए भारी मतदान ने राजनीतिक दलों को भी नई ऊर्जा प्रदान की है। तीनों क्षेत्रों में मुकाबला कड़ा है, और मतगणना के बाद यह देखना दिलचस्प होगा कि मतदाताओं ने किसे अपनी आवाज बनाना चुना है।
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