नगरपरिषद पालघर में अब नगराध्यक्ष होगी महिला.! आगामी वर्ष चुनाव हेतु सीटें हुई तय.।

पालघर.।नगरपरिषद पालघर में आसन्न वर्ष में चुनाव के दौरान अब नगराध्यक्ष पद किसी महिला को मिलेगा यह तय हो गया है.। नगरपरिषद में वार्डों के आरक्षण संबंधित गत दिवस संपन्न बैठक में प्रांत अधिकारी विकास गाजरे तहसीलदार महेश सागर एवं मुख्याधिकारी प्रशांत तोबरे एवं पार्ट्री पदाधिकारीयों गणमान्यों  की उपस्थिति में यह फैसला संभव हुआ है.।
        ज्ञात रहे कि 14 वार्डों से कुल 28 उम्मीदवार चुने जाने है.। इनमें से 8 वार्ड अन्य पिछड़ी जाति(ओबीसी) के लिए पहले से ही आरक्षित है.। 4 महिलाओं एवं 4 सामान्य वर्ग के लिए रखे गये है.।अनुसूचित जाति के 4सीटों में 2 अनुसूचित जनजाति के महिलाओं के लिए आरक्षित है.। उसमें से एक केवल अनुसूचित जाति के महिला हेतु रखा गया है.। इसप्रकार से 28 सीटों में केवल 13 सीटें आरक्षित रखी गयी है.। तथा अन्य 15 सीटों को सामान्य रखा गया है.। लेकिन उनमें से 7 सीटें सामान्य महिलाओं के लिए आरक्षित है.।
        पालघर नगर परिषद पर शिवसेना का कब्जा रहा है.। वैसे शिवसेना पूर्ण रुप से क्षेत्रीय विकास की दावा जरूर कर रही है.। लेकिन इस बात पर सभी लोग एक मत नही है.। लोगों को विकास की बात बेईमानी लग रही है.। सड़कों की स्थिति आज भी कुछ ज्यादा ठीक नही है.।सीवर लाईन, फुटपाथ की दुर्दशा सहित फेरीवालों के अतिक्रमण, एवं आवारा जानवरों से तंग संकरी होती गलियां एवं अन्य कई मुद्दों पर विपक्षी पार्टिया इस बार मुखर विरोध कर लोगों से सही फैसला लेने की गुजारिश करने वाली है.।
        इस बार नगराध्यक्ष का पद महिला होने पर नगरसेविका डाँ.उज्जवला काले,अंजली पाटील, समेत भाजपा के मुखरनेत्री विद्वान लक्ष्मी प्रसाद देवी हजारी और डाँ. श्वेता पाटील वंदना सुरेंद्र तिवारी जैसे कई कद्दावर महिलाओं को मैदान में देखा जा सकता है.।
      जनहित विकास फाउंडेशन के अध्यक्ष एवं उत्तर भारतीय समाज के पैरोकार पं. राजू शर्मा का  पूरा भरोसा है कि यदि किसी उत्तर भारतीय महिला के पक्ष में लोगों का एक आम राय बनता है तो  हमारी कोशिश होगी की सभी सामान्य सीटों पर उत्तर भारतीय समाज के लोगों को एक बार जरूर पहली पसंद के रुप में आगे लाना चाहिए.।

रिपोर्टर

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