भिवंडी पालिका आयुक्त कार्यालय के पिछले दरवाजे के ऊपर लगा पंचमुखी हनुमान की तस्वीर को लेकर विवाद ने पकड़ा तूल
- महेंद्र कुमार (गुडडू), ब्यूरो चीफ भिवंडी
- Dec 29, 2024
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भिवंडी। भिवंडी-निजामपुर शहर महानगरपालिका में प्रशासक अजय वैद्य के कार्यकाल के दौरान विवादों की लहरें थमने का नाम नहीं ले रहीं। अब उनके कार्यालय के पिछले दरवाजे पर लगाई गई पंचमुखी हनुमान की तस्वीर को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। इससे पहले उनके कार्यालय के जाली में मिट्टी के बर्तन और लाल बल्ब लगाने का मुद्दा गरमाया हुआ था। शिवसेना (उद्धव गुट) के भिवंडी सचिव गोकुल कदम ने आरोप लगाया है कि अजय वैद्य ने तांत्रिक क्रिया और जादू-टोना करवाया है। उन्होंने इस संदर्भ में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। कदम का आरोप है कि कार्यालय में हनुमान की पंचमुखी तस्वीर, मिट्टी के बर्तन, सिंदूर और लाल रंग के प्रकाश का इस्तेमाल तांत्रिक गतिविधियों का हिस्सा है।
सामाजिक कार्यकर्ता आंभेरे ने इस मुद्दे को संविधान और महाराष्ट्र सरकार के कानूनों के खिलाफ बताया। उन्होंने कहा कि राज्य में जादू-टोना और तंत्र-मंत्र पर प्रतिबंध है। इसके बावजूद एक वरिष्ठ प्रशासक द्वारा ऐसे कार्य करना गैरकानूनी है।
सज्जाद शेख ने 2017 में राज्य सरकार के जारी परिपत्र का हवाला देते हुए कहा कि सरकारी कार्यालयों में देवी-देवताओं की तस्वीरें लगाना और धार्मिक गतिविधियां करना प्रतिबंधित है। इससे कार्यालयों में धर्मनिरपेक्षता बनी रहे। लेकिन अजय वैद्य ने इस नियम की अवहेलना की है।
पालिका के प्रभारी जनसंपर्क अधिकारी श्रीकांत परदेशी ने शुक्रवार को कहा कि कार्यालय को पर्यावरण पूरक सजावट के तहत मिट्टी के दीपक लगाए गए थे। वहीं, कार्यालय को सील करने का कारण पेस्ट कंट्रोल बताया गया। हालांकि, उन्होंने पंचमुखी हनुमान की तस्वीर पर कोई टिप्पणी नहीं की और न ही पत्रकारों को किसी भी प्रकार का साक्ष्य प्रस्तुत किया।
शहर के निवासियों और सामाजिक संगठनों में इस मामले को लेकर नाराजगी बढ़ रही है। लोग इसे संविधान और धर्मनिरपेक्षता का सीधा उल्लंघन मान रहे हैं।
आयुक्त अजय वैद्य पर भ्रष्टाचार, मनमानी तबादलों और तांत्रिक क्रियाओं के आरोप लगते रहे हैं। इस नए विवाद ने प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं। अब देखना होगा कि राज्य सरकार और शहरी विकास विभाग इस मामले में क्या कदम उठाते हैं।
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