मस्साजोग सरपंच संतोष देशमुख हत्याकांड के आरोपी ने भिवंडी में लिया था आश्रय

भिवंडी।  मस्साजोग में सरपंच संतोष देशमुख हत्याकांड के मुख्य आरोपी सुदर्शन घुले, सुधीर सांगले और सिद्धार्थ सोनवणे ने घटना के बाद सबसे पहले भिवंडी में आश्रय लिया था। सूत्रों के अनुसार, आरोपी भिवंडी में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पार्टी के लोकसभा सह संपर्क प्रमुख सोन्या पाटील के कार्यालय पहुंचे। सोन्या पाटील सामाजिक कार्यों के लिए प्रसिद्ध हैं और बीड जिले में उनके सामाजिक कार्यों के चलते आरोपी उनसे परिचित थे। हालांकि, उनके कार्यालय में उस समय सोन्या पाटील मौजूद नहीं थे, इसलिए आरोपियों ने उनके भाई जयवंत पाटील से संपर्क किया। जयवंत पाटील ने उन्हें भिवंडी में बीड के मूल निवासी और वर्तमान में भिवंडी में रहने वाले विक्रम डोईफोडे का पता बताया। विक्रम उस समय वैष्णो देवी दर्शन के लिए परिवार सहित गए हुए थे, जिससे उनका संपर्क नहीं हो सका।

आरोपियों ने विक्रम के वलपाडा स्थित दिपाली बियर शॉप और होटल का पता प्राप्त किया। बाद में, जयवंत पाटील ने विक्रम डोईफोडे को फोन कर इस बात की जानकारी दी कि उनके गांव के कुछ लोग उनसे मिलने आए हैं। उन्होंने बताया कि इन लोगों ने बियर शॉप का पता मांगा था। थोड़ी देर बाद, बियर शॉप के कर्मचारी रमेश बारगजे ने विक्रम को फोन कर जानकारी दी कि तीन लोग एक दिन के लिए आश्रय मांग रहे हैं। इससे पहले, जयवंत पाटील ने आरोपियों में से एक का फोटो विक्रम को भेजा था। विक्रम को हत्या की जानकारी होने पर उन्होंने तुरंत अपने कर्मचारी को इन लोगों को आश्रय न देने का निर्देश दिया।कर्मचारी के मना करने के बाद, आरोपी वहां से चले गए और फिर वापस नहीं लौटे। इस मामले में बीड की सीआईडी और स्थानीय क्राइम ब्रांच की टीम ने भिवंडी आकर जांच की। विक्रम डोईफोडे ने बताया कि उन्होंने जांच में पुलिस को पूरी जानकारी दी है।

रिपोर्टर

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