
बुलेट ट्रेन परियोजना में फर्जी दस्तावेजों के जरिए करोड़ों की हेराफेरी - सांसद सुरेश म्हात्रे
- महेंद्र कुमार (गुडडू), ब्यूरो चीफ भिवंडी
- Jan 21, 2025
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भिवंडी। मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए सांसद सुरेश म्हात्रे उर्फ बाल्या मामा ने पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री कपिल पाटिल और उनके परिवार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि पाटिल परिवार ने सरकारी अधिकारियों की मिलीभगत से भूमि अधिग्रहण के नाम पर करोड़ों रुपये की हेराफेरी की है। पत्रकार वार्ता में म्हात्रे ने बताया कि कपिल पाटिल के भतीजे प्रशांत पाटिल, देवेश पाटिल, सुमित पाटिल और उनके बेटे सिद्धेश पाटिल ने फर्जी विकास अनुबंध तैयार कर भूमि अधिग्रहण के लिए 20 करोड़ 13 लाख रुपये का मुआवजा प्राप्त किया। यह भ्रष्टाचार यहीं नहीं रुका। जून 2024 में जमीन का पुनर्मूल्यांकन कराकर 193 करोड़ रुपये मुआवजे की सिफारिश की गई, जो पूरी तरह से फर्जी है।
म्हात्रे ने कहा कि जो विकास अनुबंध 2012 में तैयार किया गया, उसमें 2016 के स्टाम्प पेपर का उपयोग हुआ। अनुबंध पर प्रशांत पाटिल का फोटो 2018 का है। इन तथ्यों के बावजूद सरकार इस पर कार्रवाई करने में असमर्थ दिख रही है। म्हात्रे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने और उन्हें इस भ्रष्टाचार के पुख्ता सबूत देने की बात कही।
म्हात्रे ने 14 फरवरी 2017 को कांग्रेस नेता मनोज म्हात्रे की हत्या के मामले में नई जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि मुख्य आरोपी प्रशांत म्हात्रे और कपिल पाटिल के भतीजे सुमित पाटिल के बीच 193 बार फोन पर बातचीत हुई। इस पर तत्कालीन विपक्षी नेता राधाकृष्ण विखे पाटिल ने जांच की मांग की थी, जिसे अब दोबारा शुरू करने की आवश्यकता है। उन्होंने काल्हेर निवासी सुजित पाटिल के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की, जो जमानत पर बाहर आने के बाद भी छह अपराधों में शामिल रहा। म्हात्रे ने कहा कि सुजित का जमानत रद्द कर उसे फिर से गिरफ्तार किया जाना चाहिए। म्हात्रे ने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन आठ दिनों के भीतर उचित कार्रवाई नहीं करता है, तो सर्वदलीय आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने भिवंडी का हाल बीड और परभणी जैसा होने से रोकने के लिए प्रशासन से सक्रिय कदम उठाने की अपील की।
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