देश की प्रगति सजग नागरिकों की वजह से संभव -डॉ. मोहन भागवत

भिवंडी।  राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने कहा कि देश की प्रगति और विश्व में बढ़ती प्रतिष्ठा सिर्फ और सिर्फ सजग नागरिकों की वजह से संभव हो रही है। उन्होंने कहा कि बंधुत्व ही असली धर्म है। यह विचार उन्होंने भिवंडी स्थित पद्मश्री अण्णासाहेब जाधव विद्यालय और कनिष्ठ महाविद्यालय के ध्वजारोहण समारोह के अवसर पर व्यक्त किए। इस अवसर पर पद्मश्री अण्णासाहेब जाधव भारतीय समाज उन्नति मंडल के संस्थापक अध्यक्ष विजय जाधव, कार्याध्यक्ष बी. डी. काले, उपाध्यक्ष अरुणा जाधव, सचिव रोहित जाधव, स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष श्रीराम भोईर और प्रधानाचार्य सुधीर घागस मंच पर उपस्थित थे। समारोह में बड़ी संख्या में विद्यार्थी,आरएसएस के स्वयंसेवक, गणमान्य नागरिक और अभिभावक भी उपस्थित थे।

डॉ.भागवत ने कहा कि पद्मश्री अण्णासाहेब जाधव ने समाज के लिए त्यागपूर्वक कार्य किया। इसी तरह कई अन्य व्यक्तियों ने देश के लिए अपना जीवन समर्पित किया। आज के समय में हर व्यक्ति को अपने कर्तव्यों के प्रति जागरूक रहकर जिम्मेदारी समझनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अपनी परंपराओं का संरक्षण करते हुए बंधुत्व के साथ जीवन जीना ही असली धर्म है। समाज का सहयोग लेकर समाज के हित में काम करना ही सच्चा धर्म है। उन्होंने कहा कि भारतीयों की प्रतिष्ठा दुनिया में बढ़ रही है। लेकिन किसी व्यक्ति की असली प्रतिष्ठा इस बात से नहीं होती कि वह कितना कमा रहा है, बल्कि इस बात से होती है कि वह समाज के लिए कितना योगदान दे रहा है। उन्होंने विद्यार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वे अपनी शैक्षणिक प्रगति से समाज की सेवा करें।समारोह की शुरुआत में विजय जाधव ने डॉ. भागवत को रामलला की मूर्ति और संस्थापक अण्णासाहेब जाधव की जीवनी भेंट कर सम्मानित किया। कार्याध्यक्ष बी. डी. काले ने संस्थान के शैक्षणिक कार्यों का परिचय दिया, जबकि प्रधानाचार्य सुधीर घागस ने अतिथियों का परिचय करवाते हुए कार्यक्रम का संचालन किया। सचिव रोहित जाधव ने सभी का आभार व्यक्त किया।कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं और चित्ताकर्षक मानव मीनार बनाकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।

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