स्पाइन का इलाज अब दूरबीन से संभव। बिना टांके की सर्जरी से मरीजों को राहत

कल्याण। अब स्पाइन (रीढ़ की हड्डी) की बीमारियों का इलाज दूरबीन (एंडोस्कोपिक) तकनीक से किया जा सकता है, जिससे मरीजों को पारंपरिक सर्जरी की तुलना में कम दर्द और तेजी से आराम मिलता है। डॉ. निलेश झोपे का कहना है कि गर्दन और कमर की हड्डियों में नस दबने के कारण मरीजों को अत्यधिक पीड़ा होती है, जिससे गर्दन, हाथ और पैरों में दर्द, कमजोरी जैसी समस्याएं उत्पन्न होती हैं।

डॉ. झोपे के अनुसार, लंबे समय तक कंप्यूटर या लैपटॉप पर बैठकर काम करना, असंतुलित भोजन और नियमित व्यायाम की कमी स्पाइन की समस्याओं के मुख्य कारण हैं। हल्के मामलों में दवाओं, व्यायाम और संतुलित आहार से मरीजों को राहत मिलती है, लेकिन 5 से 10% मरीजों को सर्जरी की आवश्यकता पड़ती है। पारंपरिक सर्जरी के बाद मरीजों को ठीक होने में लंबा समय लगता था, लेकिन एंडोस्कोपिक स्पाइन सर्जरी बिना टांकों की एक अत्याधुनिक प्रक्रिया है, जिसमें मरीज को कम दर्द होता है और वह जल्द स्वस्थ हो जाता है। मनस्वी स्पाइन ऑर्थो केयर हॉस्पिटल में राजकुमार पांडेय को गर्दन की हड्डी में नस दबने की गंभीर समस्या थी, जिससे उन्हें तेज दर्द हो रहा था। दर्द निवारक दवाओं से भी कोई राहत नहीं मिली। मरीज के परिजनों से चर्चा के बाद एंडोस्कोपिक स्पाइन सर्जरी करने का निर्णय लिया गया। डॉ. झोपे की टीम ने मात्र दो घंटे में सफल सर्जरी की। सर्जरी के चार घंटे बाद मरीज ने खाना-पीना शुरू कर दिया और छह घंटे के भीतर चलने-फिरने लगा। मात्र 24 घंटे के भीतर उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। डॉ. निलेश झोपे का कहना है कि एंडोस्कोपिक स्पाइन सर्जरी रीढ़ की हड्डी से जुड़ी विभिन्न समस्याओं के इलाज में बेहद कारगर और सुरक्षित साबित हो रही है। यह तेज, सुरक्षित और प्रभावी तकनीक है, जिससे मरीजों को जल्दी आराम मिलता है और उनकी जीवनशैली सामान्य हो जाती है।

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