राष्ट्रीय कुष्ठ रोग उन्मूलन एवं स्पर्श जनजागृति अभियान के तहत भिवंडी में "रन फॉर लेप्रोसी मैराथन" का आयोजन

भिवंडी। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि (30 जनवरी) के अवसर पर राष्ट्रीय कुष्ठ रोग उन्मूलन एवं स्पर्श जनजागृति अभियान के अंतर्गत भिवंडी महानगरपालिका द्वारा "रन फॉर लेप्रोसी मैराथन" का आयोजन किया गया। यह मैराथन 4 फरवरी 2025 को BNN महाविद्यालय में आयोजित की गई, जिसका संचालन आयुक्त एवं प्रशासक अजय वैद्य, सहायक संचालक (स्वास्थ्य विभाग, कुष्ठ रोग) ठाणे डॉ. गीता काकड़े, मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संदीप गाडेकर के मार्गदर्शन में किया गया।मैराथन में भाग लेने वाले विद्यार्थियों को कुष्ठ रोग के बारे में जागरूक किया गया। इसके बाद शहर क्षय रोग चिकित्सा अधिकारी डॉ. बुशरा सैय्यद ने हरी झंडी दिखाकर दौड़ की शुरुआत की। इस प्रतियोगिता में कुल 60 विद्यार्थियों ने भाग लिया। कार्यक्रम की शुरुआत में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की गई। इसके बाद प्रतियोगिता में विजयी छात्रों को पुरस्कृत किया गया ।

प्रथम स्थान: दिव्या चौरसिया (बालिका वर्ग), सैफ अली (बालक वर्ग)

द्वितीय स्थान: अंजली यादव (बालिका वर्ग), भारती सूरज (बालक वर्ग)

तृतीय स्थान: शिल्पा कुमावत (बालिका वर्ग), अभिषेक गुप्ता (बालक वर्ग)

विजयी विद्यार्थियों को सहायक आयुक्त (प्रभाग समिति-3) सुरेंद्र भास्कर भोईर, डॉ. बुशरा सैय्यद, निरीक्षक सूरज गायकवाड़ के हाथों पुरस्कृत किया गया। इसके साथ ही, सभी उपस्थित लोगों ने कुष्ठ रोग के प्रति जागरूकता बढ़ाने और इससे जुड़े भ्रामक धारणाओं को दूर करने की शपथ ली।

सरकार द्वारा कुष्ठ रोग को लेकर समाज में व्याप्त भ्रांतियों को दूर करने के लिए विभिन्न कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। यह रोग बैक्टीरिया के संक्रमण से होता है और धीरे-धीरे विकसित होता है। इसके लक्षण प्रकट होने में 3 से 10 साल तक का समय लग सकता है। मुख्य लक्षणों में त्वचा पर लाल-सफेद दाग, शरीर पर गांठें, कान की मोटी त्वचा, और चेहरे पर तेलीयता शामिल हैं। सही समय पर इलाज लेने से कुष्ठ रोग पूरी तरह ठीक हो सकता है। इस जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन सहायक संचालक (स्वास्थ्य विभाग, कुष्ठ रोग) ठाणे, भिवंडी निजामपुर महानगरपालिका एवं BNN महाविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। इस अवसर पर डॉ. संजना सुनक, डॉ. मीनल, कुष्ठ रोग विभाग के कर्मचारी किसन ढेरे, बलीराम कांबले, शिवाजी करपे, जितेंद्र आकाडे और BNN महाविद्यालय के क्रीड़ा शिक्षक कैप्टन जाधव सर उपस्थित थे।

संदेश:

"कुष्ठ रोग के बारे में जागरूकता बढ़ाएं, भ्रांतियों को दूर करें और यह सुनिश्चित करें कि कोई भी कुष्ठ रोगी पीछे न छूटे।"

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