रामनगर चंविद्रा डंपिंग ग्राउंड की जमीन पर फिर अतिक्रमण, भूमाफियाओं का नया खेल शुरू

भिवंडी। भिवंडी-निजामपुर शहर महानगरपालिका की स्वामित्व वाली रामनगर चंविद्रा डंपिंग ग्राउंड की जमीन पर एक बार फिर भूमाफियाओं ने अपना खेल शुरू कर दिया है। जहां कभी शहर का कचरा डंप किया जाता था, आज वहां अवैध निर्माण कर लोहे की पतरों से बनी चालें खड़ी की जा रही हैं और उन्हें मोटी रकम में बेचा जा रहा है। इस गोरखधंधे ने न केवल सरकारी जमीन को खतरे में डाल दिया है, बल्कि प्रशासन की निष्क्रियता पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।

स्थानीय निवासियों के अनुसार, इस क्षेत्र में सक्रिय कुछ दबंग लोग लंबे समय से सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जा कर चाल निर्माण कर रहे हैं। पहले भी महानगरपालिका के प्रभाग समिति क्रमांक एक के सहायक आयुक्त ने इस अतिक्रमण को हटवाया था, लेकिन कुछ ही महीनों बाद भूमाफियाओं ने फिर से अपना नेटवर्क खड़ा कर लिया और पूरी चाल तैयार कर दी। अब सवाल यह उठता है कि जब महानगरपालिका ने पहले इस अतिक्रमण को हटाया था, तो दोबारा यह कब्जा कैसे हो गया? क्या प्रशासन की मिलीभगत के बिना यह संभव था ? या फिर भूमाफियाओं के हौसले इतने बुलंद हो चुके हैं कि वे सरकारी कार्रवाई को भी ठेंगा दिखा रहे हैं ?

रामनगर चंविद्रा क्षेत्र में लंबे समय से सरकारी जमीनों पर कब्जे का खेल चल रहा है। ये भूमाफिया पहले जमीन पर अस्थायी निर्माण करते हैं और धीरे-धीरे पूरी चाल बनाकर इसे जरूरतमंद लोगों को बेच देते हैं। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इन अवैध निर्माणों को हटाने के लिए पालिका द्वारा की गई पिछली कार्रवाई के बावजूद, भूमाफिया बार-बार इस इलाके में अपनी जड़ें मजबूत कर रहे हैं। जागरूक नागरिकों ने इस अवैध निर्माण को तुरंत हटाने की मांग की है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि समय रहते पालिका प्रशासन ने इस पर कठोर कदम नहीं उठाए, तो आने वाले समय में यह इलाका पूरी तरह अतिक्रमण की चपेट में आ जाएगा। इससे न केवल शहर की कचरा डंपिंग व्यवस्था प्रभावित होगी, बल्कि सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जों को और बढ़ावा मिलेगा। अब देखना यह होगा कि क्या भिवंडी महानगरपालिका इस बार इन भूमाफियाओं के खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई करती है या फिर यह मामला भी फाइलों में दबकर रह जाएगा ? क्या प्रशासन इस अवैध कारोबार पर लगाम कस पाएगा या फिर भूमाफियाओं के हौसले और बुलंद होगें।

रिपोर्टर

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