
"5 से 7 साल पुराना कचरा आज भी वहीं -- पूर्व नगरसेवक वसीम अंसारी
- महेंद्र कुमार (गुडडू), ब्यूरो चीफ भिवंडी
- May 13, 2025
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नाला सफाई ठेकेदार बारिश का इंतजार करते है
भिवंडी। मानसून की दस्तक से पहले ही भिवंडी-निजामपुर शहर महानगरपालिका में नाला सफाई को लेकर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप सामने आए हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व नगरसेवक वसीम अंसारी ने सनसनी खेज दावा किया है कि हर साल ठेकेदार नाला सफाई के नाम पर सिर्फ बारिश शुरू होने का इंतजार करते हैं, और जैसे ही बरसात शुरू होती है, सफाई कार्य को 'संपन्न' दिखा दिया जाता है। एक स्थानीय न्यूज़ चैनल को दिए अपने इंटरव्यू में अंसारी ने ठेकेदारों और पालिका अधिकारियों की मिलीभगत का आरोप लगाते हुए कहा कि इस साठगांठ के चलते नाला सफाई का बजट हर साल ठिकाने लगा दिया जाता है, और किसी को इसकी खबर तक नहीं लगती।
भिवंडी के आजमी नगर, नाला पार और काकूबाई चाल जैसे घनी आबादी वाले इलाकों से गुजरने वाला एक बड़ा नाला कारिवली गांव होते हुए खाड़ी में मिलता है। इन क्षेत्रों में बड़ी संख्या में झुग्गियां बसी हुई हैं और हर साल बारिश के मौसम में यह पूरा इलाका पानी में डूब जाता है। चौंकाने वाली बात यह है कि नगरपालिका हर साल नाला सफाई के मद में लाखों रुपये खर्च करती है, लेकिन इसके बावजूद बरसात के समय हालात बद से बदतर हो जाते हैं। पूर्व नगरसेवक वसीम अंसारी ने और भी गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि ठेकेदार तो पुराने कचरे को भी नाले से नहीं निकालते हैं। इसी वजह से हर साल वही गंदगी वापस नाले में जमा हो जाती है और जलजमाव की समस्या बनी रहती है। स्थानीय निवासियों का भी यही कहना है कि ठेकेदार केवल नाले की ऊपरी सतह से थोड़ा-बहुत कचरा हटाते हैं, जबकि गहराई में जमा गाद और कीचड़ जस की तस पड़ी रहती है।
वसीम अंसारी ने इस पूरे मामले को पालिका और ठेकेदारों के बीच चल रही 'चूहा-बिल्ली की राजनीति' करार दिया है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि सफाई का काम सिर्फ कागजों पर दिखाया जाता है, जबकि असलियत में हर साल आम जनता को बाढ़ के कहर का सामना करना पड़ता है। अंसारी के इन गंभीर आरोपों ने भिवंडी में नाला सफाई के नाम पर हो रहे भ्रष्टाचार की पोल खोलकर रख दी है और स्थानीय प्रशासन पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
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