भिवंडी मनपा में मनमानी तबादलों पर उठे सवाल, वरिष्ठ कर्मचारियों के साथ अन्याय की शिकायतें तेज

भिवंडी।  भिवंडी-निजामपूर शहर महानगरपालिका में हाल ही में हुए तबादलों और पदोन्नतियों को लेकर कर्मचारियों और समाजसेवियों में भारी आक्रोश देखा जा रहा है। कर्मचारी संघटनाओं और नागरिकों का आरोप है कि मनपा प्रशासन में वरिष्ठता की अनदेखी कर चहेतों को मनमाफिक पद सौंपे जा रहे हैं, जिससे योग्य और वरिष्ठ कर्मचारियों का अपमान हो रहा है। सूत्रों के अनुसार, कनिष्ठ लिपिक कल्पना तलपड़े और दीप्ती बायस को सीधे कार्यालय अधीक्षक पद पर नियुक्त किया गया है,जबकि कई वरिष्ठ कर्मचारी वर्षों से इस पद की प्रतीक्षा कर रहे हैं। यही नहीं, श्रीकांत परदेशी को भी भविष्य निर्वाह निधी विभाग प्रमुख और जनसंपर्क अधिकारी जैसे महत्वपूर्ण पद दिए गए, जबकि वे कई कर्मचारियों से कनिष्ठ हैं। साथ ही स्नेहल पुण्यार्थी को बिना पदवी और वरिष्ठता के शिक्षण मंडल प्रशासन अधिकारी नियुक्त किया गया है। नितेश चौधरी को भी बीजेपी दवाखाने में कार्यालय अधीक्षक पद दिया गया है, जिनकी सेवा वरिष्ठता की जांच की मांग उठ रही है। इस पूरे मामले में कर्मचारी संघटनाओं ने स्पष्ट रूप से आरोप लगाया है कि अतिरिक्त आयुक्त और कर्मचारी व्यवस्थापन समिती के कुछ अधिकारी पैसे लेकर नियुक्तियाँ कर रहे हैं और यह भ्रष्टाचार वरिष्ठ कर्मचारियों के आत्मसम्मान को ठेस पहुंचा रहा है। समाजसेवकों और जागरूक नागरिकों का कहना है कि यदि यह मनमानी नहीं रोकी गई तो आगामी विधानसभा सत्र में यह मुद्दा जोर-शोर से उठाया जाएगा। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री से मांग की गई है कि ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए और उन्हें तुरंत भिवंडी मनपा से हटाया जाए। भिवंडी के जागरूक नागरिकों ने चेतावनी दी है कि अब शहर की जनता जागरूक हो चुकी है और मनपा में होने वाले हर निर्णय पर नजर रखी जा रही है। नागरिकों ने यह भी कहा है कि मनपा कार्यालय में आने वाले दलालों पर भी जनता की पैनी नजर है।

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