भिवंडी में जर्जर इमारत की दीवार गिरने से महिला घायल
- महेंद्र कुमार (गुडडू), ब्यूरो चीफ भिवंडी
- Jun 23, 2025
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पालिका प्रशासन की लापरवाही उजागर
भिवंडी। भिवंडी शहर के तिसरा निजामपूर इलाके में एक जर्जर एकमंजिला मकान की दीवार देर रात अचानक गिरने से एक बुजुर्ग महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। यह घटना शहर में नगर पालिका प्रशासन की लापरवाही और उपेक्षा की एक और बानगी साबित हो रही है।प्राप्त जानकारी के अनुसार, घर क्रमांक ३२ की दीवार अचानक ढह गई और बगल के कच्चे कौलारू घर पर गिर पड़ी। हादसे के वक्त उक्त घर में 67 वर्षीय महिला तरन्नुम पटेल सो रही थीं। मलबा उनके सिर पर गिरने से उन्हें गंभीर चोटें आई हैं। घायल अवस्था में उन्हें तत्काल स्थानीय निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है।
यह मकान लगभग 70 से 80 वर्ष पुराना था और इसे पहले ही नगरपालिका द्वारा धोकादाय घोषित किया जा चुका था। बावजूद इसके, इसे खाली कराने अथवा गिराने की कोई ठोस कार्रवाई समय पर नहीं की गई। यह स्पष्ट करता है कि पालिका प्रशासन ने खतरे को गंभीरता से नहीं लिया और समय रहते आवश्यक कदम नहीं उठाए।
घटना के बाद हड़बड़ी में प्रभाग समिती क्रमांक 5 के सहाय्यक आयुक्त बालाराम जाधव ने जानकारी दी कि पालिका ने उक्त इमारत को तोड़ने का कार्य सुबह से शुरू कर दिया है। हालांकि यह कार्रवाई हादसे के बाद शुरू की गई है, जो कि पालिका की निष्क्रियता और उदासीनता को दर्शाती है।स्थानीय नागरिकों का कहना है कि क्षेत्र में कई ऐसी जर्जर इमारतें हैं जिन्हें असुरक्षित घोषित किया गया है, लेकिन पालिका द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। यदि समय रहते प्रशासन ने कार्रवाई की होती, तो यह दुर्घटना टाली जा सकती थी।अब प्रश्न यह उठता है कि क्या पालिका प्रशासन को किसी की जान जाने के बाद ही जागरूक होना पड़ता है? यह हादसा प्रशासन की नींद से जागने की चेतावनी है। यदि समय रहते सभी धोकादायक इमारतों को खाली करवा कर ध्वस्त नहीं किया गया, तो भविष्य में और भी गंभीर हादसे हो सकते हैं।
नगर पालिका प्रशासन से मांग की जा रही है कि वह पूरे शहर में धोकादायक इमारतों की तत्काल जांच कर, उन्हें गिराने की प्रक्रिया तेज करे ताकि लोगों की जान-माल की रक्षा की जा सके। इसके साथ ही इस हादसे के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए सके।


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