भिवंडी महापालिका द्वारा राजर्षि छत्रपति शाहू महाराज की जयंती पर पुष्पहार अर्पित कर श्रद्धांजलि

भिवंडी। आरक्षण के जनक और सामाजिक न्याय के अग्रदूत माने जाने वाले राजर्षि छत्रपति शाहू महाराज की जयंती के अवसर पर भिवंडी पालिका की ओर से मुख्यालय परिसर में एक श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उनकी प्रतिमा को पुष्पहार अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।

राजर्षि शाहू महाराज को लोककल्याणकारी और क्रांतिकारी शासक के रूप में जाना जाता है। उन्होंने समाज में सामाजिक एकता की स्थापना की, प्राथमिक शिक्षा को अनिवार्य और निःशुल्क बनाया, तथा बहुजन समाज  के लिए अनेक ठोस कार्य किए। वे भारत में लोकतंत्र की नींव रखने वाले महान व्यक्तित्वों में से एक माने जाते हैं। इस विशेष अवसर पर पालिका के प्रशासक व आयुक्त अनमोल सागर (भा.प्र.से) के आदेशानुसार और अतिरिक्त आयुक्त  विठ्ठल डाके के मार्गदर्शन में, छत्रपति शाहू महाराज की प्रतिमा को पुष्पहार अर्पित किया गया।

शाहू महाराज को कुश्ती से विशेष लगाव था, जिसके चलते उन्होंने वर्ष 1895 में 'मोतीबाग तालीम' की स्थापना की। उन्होंने कला, क्रीड़ा, जलव्यवस्थापन तथा सामाजिक सुधारों में भी उल्लेखनीय योगदान दिया। अस्पृश्यता के खिलाफ आवाज उठाते हुए शूद्र और अतिशूद्र वर्ग के लिए शिक्षा की व्यवस्था की। उन्होंने डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के शैक्षणिक जीवन में भी महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान किया था।डॉ.आंबेडकर ने उनके प्रति सम्मान व्यक्त करते हुए कहा था, "यदि एक दिन लोग मुझे भूल भी जाएं तो चलेगा, लेकिन शाहू महाराज जैसे बड़े समाजसेवी को कभी मत भूलना। उनकी जयंती पर्व की तरह मनानी चाहिए।"

इस समारोह में पालिका के सुरक्षा एवं क्रीड़ा अधिकारी  मिलिंद पलसुले, शरद कलावंत, दूरध्वनि विभाग प्रमुख अश्विनी पांडव, बारनिशी विभाग प्रमुख दीपिका ठाकरे समेत अन्य अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।

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