
सड़को की बदहाली के खिलाफ नागरिकों का जोरदार प्रदर्शन
- महेंद्र कुमार (गुडडू), ब्यूरो चीफ भिवंडी
- Jun 26, 2025
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मोर्चा, रैली व धरना देकर कई स्थानों पर विरोध
भिवंडी। भिवंडी शहर की खस्ताहाल सड़कों और बढ़ते सड़क हादसों को लेकर नागरिकों का गुस्सा फूट पड़ा। भिवंडी नागरिक जीवन बचाओ संघर्ष समिति के नेतृत्व में शिवाजी चौक पर एक विशाल मोर्चा निकाला गया, जिसमें सैकड़ों नागरिकों के साथ विभिन्न दलों के नेता भी शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने डिप्टी कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर खराब सड़कों की एसआईटी जांच, मृतकों व घायलों को मुआवजा और भारी वाहनों की आवाजाही पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की मांग की। इस दौरान शहर के विभिन्न हिस्सों में चक्काजाम और धरनों के चलते जनजीवन प्रभावित रहा। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे एडवोकेट किरण चन्ने ने बताया कि पिछले कुछ महीनों में पडघा रोड, माणकोली रोड, कशेली रोड और वाडा रोड पर हुए सड़क हादसों में 350 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है, जबकि सैकड़ों घायल हुए हैं। उन्होंने कहा कि सड़कों की मरम्मत अधूरी है और ठेकेदार बेहद धीमी गति से काम कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि संबंधित विभागों की लापरवाही के चलते आम नागरिकों की जान जोखिम में पड़ी हुई है। एडवोकेट चन्ने ने सार्वजनिक बांधकाम विभाग की आलोचना करते हुए कहा कि खराब सड़क निर्माण की जांच के लिए विशेष जांच दल गठित किया जाए, सड़कों की मरम्मत तत्काल पूरी की जाए और मृतकों-घायलों को उचित मुआवजा दिया जाए। इसके साथ ही उन्होंने मांग की कि भिवंडी महानगरपालिका क्षेत्र में भारी वाहनों की आवाजाही पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाए। (शिवसेना उद्धव टाकरे गट) मनोज गगे ने भी मोर्चे में शामिल होकर प्रशासन और ठेकेदारों पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि थाना रोड और निजामपुरा रोड की हालत बेहद खराब है। ठेकेदारों ने पिछले छह महीनों से सड़क को खोद रखा है, जिससे स्कूली बच्चों, राहगीरों और वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हादसे बढ़ रहे हैं, व्यापारियों का कारोबार ठप हो गया है, और जनता का सब्र जवाब दे रहा है।
अल्हाज बदीउज्जमां खान ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि जल्द ही सुधार नहीं किया गया, तो जनता कोलतार लेकर ठेकेदारों और जिम्मेदार अधिकारियों के चेहरे पोत सकती है। उन्होंने डिप्टी कलेक्टर से अनुरोध किया कि वे स्वयं सड़कों का दौरा करें और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करें। साथ ही उन्होंने पुलिस विभाग से अपील की कि उन अधिकारियों की जांच की जाए जिन्होंने ठेकेदारों से रिश्वत मांगी।
ज्ञापन सौंपने के समय एडवोकेट किरण चन्ने, मनोज गागे,अल्हाज बदीउज्जमां खान, सुनील चव्हाण, ,चंदू बाबा सहित विभिन्न दलों के प्रमुख और लगभग 40 वकीलों की टीम उपस्थित रही।डिप्टी कलेक्टर ने प्रदर्शनकारियों को आश्वस्त करते हुए कहा कि 15 दिनों के भीतर सभी गड्ढों की मरम्मत कर सड़क कार्य पूरा कर लिया जाएगा। साथ ही खराब सड़क निर्माण की एसआईटी जांच कराई जाएगी। भिवंडी-निजामपुर शहर क्षेत्र में भारी वाहनों की आवाजाही पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया जाएगा। चार दिनों के भीतर नदी नाका, वीपी नाका, चाविंद्रा और नासिक रोड पर "नो एंट्री फॉर हेवी व्हीकल्स" के बैनर लगाए जाएंगे। मनपा और सार्वजनिक बांधकाम विभाग से जवाब तलब किया जाएगा और 15 दिनों के भीतर प्रतिनिधिमंडल को पूरी जानकारी दी जाएगी। इधर, भिवंडी मनपा मुख्यालय के सामने सामाजिक संगठन के पदाधिकारी और समाजसेवी जाहिद मुक्तार ने अपने साथियों के साथ गड्ढों के मुद्दे को लेकर लगातार तीसरे दिन भी आंदोलन जारी रखा है ।शहर के अन्य हिस्सों में भी आंदोलन तेज रहा। श्रमजीवी संगठन और कई ग्राम पंचायतों की ओर से भिवंडी-वाडा रोड, अंजूर फाटा और चिंचोटी रोड पर चक्काजाम किया गया और शासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। ठाणे जिला ग्रामीण कांग्रेस कमिटी की ओर से दयानंद चोरघे के नेतृत्व में भिवंडी-वाडा रोड की दुर्दशा को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सड़क के गड्ढों में पेड़ लगाकर अनोखा विरोध दर्ज कराया। इस दौरान सार्वजनिक बांधकाम विभाग के प्रतिनिधि को ज्ञापन भी सौंपा गया। कार्यक्रम में शरद ठाकरे, निलेश भोईर, सोहेल खान, पूर्व उपसभापति महेश धानके, शाहपुर तालुका अध्यक्ष जितेश विशे, कल्पेश पाटिल समेत कई प्रमुख पदाधिकारी उपस्थित थे। नागरिकों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें तय समयसीमा में पूरी नहीं हुईं, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। भिवंडी की जनता अब और लापरवाही बर्दाश्त करने को तैयार नहीं है।
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