
भिवंडी के सुनील झलके को "समाजरत्न – 2025" पुरस्कार से किया गया सम्मानित
- महेंद्र कुमार (गुडडू), ब्यूरो चीफ भिवंडी
- Jun 30, 2025
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भिवंडी। समाजसेवा, शिक्षा, कला-साहित्य, पत्रकारिता और सहकार जैसे विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान देने वाले भिवंडी निवासी सुनील झलके (सेवानिवृत्त सहायक आयुक्त – शिक्षा व जनसंपर्क अधिकारी) को "समाजरत्न – 2025" पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार जनजागृती सेवा संस्था (रजि.) द्वारा आयोजित भव्य समारोह में प्रदान किया गया, जो संस्था के चतुर्थ वर्धापन दिवस के उपलक्ष्य में बदलापूर में आयोजित किया गया था। इस अवसर पर संस्था के अध्यक्ष गुरुनाथ तिरपणकर ने झलके को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि "समाज में कई ऐसे लोग हैं जो गुमनाम रहकर भी निःस्वार्थ भाव से सेवा करते हैं। ऐसे जमीनी स्तर पर काम करने वाले सच्चे समाजरत्नों को पहचान कर उन्हें सम्मानित करना ही संस्था का मुख्य उद्देश्य है।" उन्होंने समारोह में सम्मानित सभी 55 पुरस्कृत व्यक्तियों को शुभकामनाएं भी दीं।
सुनील झलके ने अपने शासकीय सेवाकाल के दौरान भी समाजसेवा, लेखन, नाट्य व पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय योगदान दिया है। सेवानिवृत्ति के बाद उन्होंने आदिवासी समाज की आर्थिक उन्नती के लिए "आदीम आधार आदिवासी ग्रामीण बिगरशेती पतसंस्था मर्यादित, ठाणे" की स्थापना में सहयोग किया और वर्तमान में इसके उपाध्यक्ष पद पर कार्यरत हैं। झलके को पूर्व में भी कई प्रतिष्ठित पुरस्कार मिल चुके हैं और उनके सामाजिक कार्यों की व्यापक सराहना होती रही है। पुरस्कार वितरण समारोह में डॉ. महेश अभ्यंकर, माजी कमांडर ऑफिसर दिलीप नारकर (राष्ट्रपति पदक विजेता), रामजीत गुप्ता, अरविंद सुर्वे, दीपक ठूकरूल, सुनील इंगळे, महेश्वर तेटांबे जैसी कई प्रतिष्ठित हस्तियां भी विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थीं। इसके अलावा संस्था के पदाधिकारी, सदस्य, बदलापूर की सिटीजन वेल्फेयर असोसिएशन के प्रतिनिधि व नागरिकों की उल्लेखनीय उपस्थिति ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई. सुनील झलके को मिले इस सम्मान से भिवंडी वासियों में हर्ष की लहर दौड़ गई है और विभिन्न स्तरों से उन्हें बधाइयाँ दी जा रही हैं।
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