
भिवंडी मनपा में टेंडर झोल,फेब्रिकेशन के नाम पर निकाला गया स्क्रैप का नीलामी टेंडर
- महेंद्र कुमार (गुडडू), ब्यूरो चीफ भिवंडी
- Aug 07, 2025
- 241 views
प्रशासन द्वारा कुछ ठेकेदारों को टेंडर में फायदा पहुंचाने का पूर्व नगरसेवक ने लगाया आरोप
25 ठेकेदार नीलामी में लेना चाहते थे हिस्सा,मात्र 7 लोग ही कर सके पार्टिसिपेट,सिर्फ 3 हुए वैध
भिवंडी। भिवंडी मनपा प्रशासन द्वारा टेंडर प्रक्रिया में झोल किए जाने का मामला प्रकाश में आया है।मनपा द्वारा फेब्रिकेशन के नाम पर स्क्रैप नीलामी का टेंडर निकाला गया।जिसको ओपन करने पर टेंडर में डॉकमेंट ही एक्सेप्ट नहीं हो रहा है।बताते है इस टेंडर को लेने के लिए कुल 7 लोगों ने टेंडर भरा,लेकिन मात्र तीन लोग ही वैद्य हुए है।मनपा के पूर्व नगरसेवक अरुण राउत ने इस टेंडर में अधिकारियों द्वारा कुछ ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने के लिए टेंडर प्रक्रिया में उलटफेर करने का आरोप लगाते हुए पुराने निकले गए टेंडर को रद्द कर नए सिरे से टेंडर निकालने की मांग मनपा आयुक्त से की है।
मनपा आयुक्त अनमोल सागर को दिए ज्ञापन में पूर्व नगरसेवक अरुण राउत व उल्हासनगर की दीपक ट्रेडर्स ने बताया है कि मनपा निर्माण, बिजली व जलापूर्ति सहित कई विभागो द्वारा पुरानी अनुपयोगी स्क्रैप सामग्री की यथास्थिति में नीलामी के लिए 8 जुलाई 2025 को निविदा सूचना संख्या 1/2025 ई-निविदा संख्या 1198555 द्वारा नीलामी टेंडर निकाला गया है।उक्त लोगों ने बताया है कि इस निविदा को भरने के इच्छुक 20 से 25 बोलीदाता निविदा के नियमों और शर्तों के अनुसार भंडारगृह में जाकर स्क्रैप सामग्री का निरीक्षण किया और इस संबंध में भंडारगृह से एक प्रमाण पत्र प्राप्त किया।पूर्व नगरसेवक व ठेकेदार कंपनी ने बताया कि निविदा स्क्रैप का निकलना था,लेकिन निकाला गया फेब्रिकेशन का।इसके अलावा टेंडर फॉर्म डॉकमेंट्स लिस्ट डालना चाहिए था जिसको नोटिस में डाला गया।साथ ही निविदा में हिस्सा लेने के इच्छुक बोलीदाता बीओक्यू में रेट नहीं डाल पा रहे है।उक्त लोगों ने बताया कि इस कारण इच्छुक 20 से 25 बोलीदाताओं में से मात्र 7 लोगों ने ही इस निविदा में हिस्सा लिया।जबकि मात्र 3 लोगों को ही इस बोली के लिए वैद्य ठहराया गया।जो कि एक ही कंपनी के लोग है।इस प्रकार मनपा का संबंधित विभाग न्यूनतम संख्या में बोलीदाताओं को शामिल करने में असफल रहा।अधिकांश बोलीदाताओं ने जब बीओक्यू में उक्त गलती के बारे में विभाग से शिकायत की, तो उन्हें पुनः निविदा कराने का झूठा आश्वासन दिया गया।पूर्व नगरसेवक अरुण राउत ने आरोप लगाते हुए बताया है कि मनपा के अधिकारी टेंडर में झोल कर अपने चाहते ठेकेदार को ठेका दिलाने टेंडर में अड़चन निर्माण किया गया।ताकि इच्छुक बोलीदाता इसमें हिस्सा नहीं ले सके।उन्होंने आयुक्त से निविदा प्रक्रिया की जांच कर संबंधित अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई करने के साथ पुराने निविदा को रद्द कर इसमें अनावश्यक डाले गए नियम व शर्त को रद्द कर नया निविदा निकलने की मांग की है।ताकि इसमें ज्यादा से ज्यादा ठेकेदार हिस्सा ले सके और मनपा प्रशासन को स्क्रैप से ज्यादा से ज्यादा राजस्व मिल सके।हालांकि प्रशासक को अंधेरे में रखकर निकले गए इस निविदा के संदर्भ में जानकारी के लिए मनपा आयुक्त अनमोल सागर से संपर्क किया गया,लेकिन उन्होंने फोन कॉल उठाने की जहमत नहीं उठाया।
रिपोर्टर