भिवंडी का पद्ममा नगर: देशी शराब, जुआ और हुक्का पार्लर का बना गढ़ !

भिवंडी । भिवंडी का पद्ममा नगर अवैध गतिविधियों का नया गढ़ बनकर उभर रहा है। कभी सिर्फ हाथ भट्टी की अवैध दारू के लिए बदनाम यह इलाका अब जुए और हुक्का पार्लरों का केंद्र बन गया है। स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, दर्जनों देशी शराब की दुकानें, गली-मोहल्लों में संचालित जुए के अड्डे और गुपचुप चल रहे हुक्का पार्लर युवाओं को नशे और बर्बादी की राह पर धकेल रहे है। चौंकाने वाली बात यह है कि यह सब कुछ शहर पुलिस थाने की सीमा में हो रहा है। आरोप है कि पुलिस कार्रवाई के बजाय महज दिखावा करती है, जबकि असल में शराब और जुए के माफियाओं से हर हफ्ते मोटा ‘हफ्ता’ वसूला जाता है। संरक्षण के इसी खेल के कारण यह गोरखधंधा दिनोंदिन फैलता जा रहा है।स्थानीय लोगों ने बताया कि मोनिका बार के आसपास, सोनार पाडा मैदान, अलका बार के पास, प्रभाग समिति क्रमांक तीन कार्यालय के सामने, गणेश टॉकीज, भद्रावासी नगर, लोहाटी कंपाउंड, बाबू दगडू पाटिल चौक, मनिषा होटल के पीछे, सब का होटल खोका कंपाउंड और फुले नगर तक हाथ भट्टी की शराब खुलेआम बिक रही है। वहीं कामतघर, खदान रोड, फेना पाडा, कणेरी और शास्त्री नगर में भी इसका जाल फैल चुका है।

सिर्फ शराब ही नहीं, बल्कि कई मकानों और गलियों में जुए के ठिकाने भी धड़ल्ले से चल रहे हैं। दिन-रात दांव लगते हैं और कई परिवार इस लत के कारण बरबादी के कगार पर पहुंच चुके हैं। उधर, कुछ बंद पॉवर लूम के कारखानों में हुक्का पार्लर धड़ल्ले से चल रहे हैं, जहां नाबालिग लड़कों तक को तंबाकू और नशे से भरे फ्लेवर हुक्के आसानी से उपलब्ध कराए जा रहे है। सलीम मारवारी नामक हुक्का पार्लर में तो देर रात तृतीय पंथी का डांस भी करवाया जाता है। इलाके की महिलाएं कहती हैं कि सस्ती शराब और जुए की लत ने उनके घरों को उजाड़ दिया है। परिवार की कमाई नशे और जुए में उड़ रही है, बच्चों की पढ़ाई रुक गई है और कई घर कर्ज के बोझ में दब गए है। स्थानीय नागरिकों का साफ कहना है कि जब तक पुलिस और माफियाओं की मिलीभगत खत्म नहीं होगी, तब तक यह अवैध कारोबार थमने वाला नहीं है। शहर की भावी पीढ़ी को बचाने के लिए अब लोग ठोस कार्रवाई की मांग तेज़ी से उठा रहे है।

रिपोर्टर

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