पाँच सालों से लगातार हो रहा है SSC का पेपर लीक और प्रसासन देखते रह जाता हैं

मुंबई - महाराष्ट्र राज्य बोर्ड की एसएससी परीक्षा एक मार्च को शुरू हुई है। पेपर लीक हो रहे हैं। इस मामले में शिकायत के बाद पुलिस ने एक कोचिंग संचालक को गिरफ्तार किया है।

थाने भिवंडी में पुलिस ने एक चालीस साल के कोचिंग संचालक को गिरफ्तार किया है। कोचिंग संचालक पर एसएससी का प्रश्नपत्र लीक करने का आरोप है। इसके अलावा ठाणे जिले में महाराष्ट्र राज्य बोर्ड की दसवीं कक्षा के तीन विषयों की परीक्षा के प्रश्नपत्र कथित तौर पर लीक हो गए। पुलिस दोनों मामलों को एक-दूसरे से जोड़कर जांच कर रही है।

पुलिस जांच कर रही है कि क्या आरोपी दोनों मामलों में शामिल हैं। हिस्ट्री पेपर लीक तब सामने आया जब भिवंडी में परशुराम धोंडू तावर विद्यालय की एक शिक्षिका विद्या पाटील ने पाया कि परीक्षा से कुछ मिनट पहले तीन छात्राएं अपने मोबाइल पर कुछ पढ़ रही हैं। सारे छात्रों के आने के बाद तीनों छात्राएं अंतिम घंटी के बजने के बाद सबसे लास्ट  में परीक्षा रूम के अंदर पहुंची। पाटील को संदेह हुआ। उन्होंने छात्राओं के फोन चेक किए तो पाया कि उनके मोबाइल पर टॉपर्स नाम के एक वॉट्सऐप ग्रुप में इतिहास के प्रश्नपत्र वाले सात पन्ने पड़े हैं। टीचर ने देखा कि उस वॉट्सऐप ग्रुप के चार सदस्य थे और इसमें वह पेपर सुबह 9 बजकर 50 मिनट पर पोस्ट किया गया था। उन्होंने चेक किया तो पाया कि वॉट्सऐप ग्रुप में पड़ा प्रश्नपत्र परीक्षा हॉल में बांटा गया प्रश्नपत्र एक जैसा था। टीचर ने स्कूल के प्रिंसिपल गणेश भोईर को सूचित किया। प्रिंसिपल ने तत्काल में नारपोली पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। वरिष्ठ निरीक्षक मालोजी शिंदे ने कहा, 'हमने एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया है और एक बार छात्रों की परीक्षा खत्म होने के बाद हम उनके बयान भी दर्ज करेंगे।' लड़कियों के फोन जब्त कर लिए गए थे और उन्हें पेपर देने की अनुमति दी गई थी। हालांकि, बोर्ड ने फैसला लिया है कि फिर से परीक्षा नहीं कराई जाएगी क्योंकि पेपर लीक एक छोटे से क्षेत्र तक ही सीमित था, व्यापक स्तर पर नहीं हुआ था। 

मुंबई मंडल के सचिव शरद खंडगले ने कहा कि वे आगे की कार्रवाई शुरू करने के लिए पुलिस जांच का इंतजार करेंगे। उन्होंने कहा कि हम उन लोगों के बारे में जानेंगे, जो मामले में शामिल थे। यह पेपर बड़े स्तर पर वायरल नहीं हुआ है और भिवंडी में एक छोटे से एरिया तक ही सीमित है। हम इसे लीक नहीं कह सकते हैं या फिर से परीक्षा नहीं दे सकते हैं। मामले में संलिप्तता का पता चलने पर तीनों लड़कियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है। इस स्तर पर किसी भी स्कूल की भूमिका को इंगित करना मुश्किल है क्योंकि हमारे पास वहां 45 केंद्र हैं। हमें पुलिस रिपोर्ट का इंतजार करना होगा। 

रिपोर्टर

संबंधित पोस्ट