स्वयं घोषित छुटभैया उत्तर भारतीय समाज के नेताओं को मिली माया ?

भिवंडी ।। भिवंडी लोकसभा चुनाव में जहां उत्तर भारतीय समाज के वोट निर्णायक माने जाते हैं। वही पर कुछ तथाकथित छुटभैया व गल्ली के नेता सफेद पोश पहन कर उत्तर भारतीय समाज के वोट का सौदा करने के लिए उम्मीदवारों पर किचड़ उछालकर शेयर बाजार के तरह अपना भाव को आसमान पर चढ़ा लेने का धंधा जोरो पर कर रहे हैं। ऐसे तथाकथित नेताओं द्वारा इस गोरख धंधे को सोशल मीडिया पर बड़े स्तर पर प्रचार प्रसार किया जाता है । समाज के विकास के लिए बड़े बड़े वादे किए जाते है। परन्तु चुनाव के बाद सावन के पतझड़ के तरह इनके वादे भी झड़ जाते हैं। उत्तर भारतीय समाज पर जब सम्मान की बात आती है। तो ऐसे तथाकथित छुटभैया नेता दुम दबाकर दुबक जाते हैं। गौरतलब हो कि कुछ वर्षों पूर्व हुए घटनाक्रम को आज दुबारा लिखने की जरुरत महसूस कर रहा हूँ। फेना पाड़ा में हुए उत्तर भारतीयों पर हमला समाज भुला नहीं है। वही पर पदमानगर भाजी मार्केट में उत्तर भारतीयों को मनसे द्वारा पिटाई किया गया । समाज के लोगों को आज भी याद है। उत्तर भारतीय पत्रकार को घर में घुस कर मारने की कोशिश कामतघर में घटीत हुई थी। खाडीपार में उत्तर भारतीय समाज के पावर लुम कामगार बिजली की चपेट में आकर मौत हो गयी थी जिसक शव कचरे की गाड़ी से स्वं इंदिरा गांधी अस्पताल में कारखाना मालिक द्वारा भेजा गया था। भंडारी कंपाउड में ‌उत्तर भारतीय युवा नेता पर हमला किया गया। पदमानगर में उत्तर भारतीय समाज के पावर लुम कामगार की मृत्यु  लुम कारखाना में हुई थी जिसका शव कारखाना से बाहर निकाल कर गटर में फेक दिया गया था। अभी हाल मे उत्तर भारतीय समाज के वरिष्ठ पत्रकार व कलमकार की आकस्मिक निधन कामतघर क्षेत्र में हुआ था जिसके अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए इन तथाकथित छुटभैया गल्ली के सफेद पोश नेता जरुरत नहीं समझी थी। अभी हाल में कामतघर क्षेत्र में उत्तर भारतीय समाज की नाबालिग लड़की का बलात्कार हुआ था ।जिसका सौदा करने के लिए इन छुटभैया नेता सबसे आगे थे‌। ऐसे अनेक घटनाऐ समाज में घटित हुई है। जो काफी शर्म सार है। किन्तु कुछ दलाल तथाकथित उत्तर भारतीय नेता डिबेट करने की बात करते हैं। ऐसे छुटभैया उत्तर भारतीय नेता अपने फायदे के लिए समाज को बेचने का कार्य कर रहे। इनको समाज नहीं चाहिए बल्कि माया का लालच ही सर्वोपरि है 

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