जेल नही आरामगाह है साहब

वाराणसी । जिला जेल बंदियों के पास से मोबाइलों के मिलने का सिलसिला जारी है। मंगलवार को फिर जिला जेल की बैरक नम्बर तीन के पास से पांच मोबाइल बरामद हुए। मोबाइल मिलने के बाद जेल प्रशासन में हड़कम्प मच गया। जेल प्रशासन ने बरामद मोबाइल को क्राइम ब्रांच के पास जांच के लिए भेज दिया इस घटना के बाद यही प्रतीत हो रहा है कि यह जेल नही आरामगाह बन गया है जहां अपराधी सुरक्षित रहते है ।

               जेलर पवन त्रिवेदी ने बताया कि बैरकों की नियमित जांच के दौरान बैरक नम्बर तीन के पास से पांच मोबाइल मिले हैं। कुछ मोबाइल पन्नी में रखकर छुपाये गए थे तो कुछ मिट्टी में दबाए गये थे। बरामद हुए सभी मोबाइल फोर जी के हैं और उन्हें क्राइम ब्रांच को जांच के लिए सौंप दिया गया है। 

पिछले सात माह से बंदियों से मोबाइलों की बरामदगी और जेल से रंगदारी मांगने के खुलासे के बाद डीएम योगेश्वर राम मिश्र और एसएसपी आरके भारद्वाज ने 27 अप्रैल को जेल में छापा मारा था। आठ फोर जी मोबाइल, नौ सिम, चार्जर और डायरियां बरामद हुई थीं। मुकदमा भी अज्ञात दर्ज कराया गया था। डीएम ने जेल की व्यवस्था पर गहरी नाराजगी जताते हुए हिदायत भी दी थी। इसके साथ ही इसकी रिपोर्ट शासन को भेजी थी। डीएम की हिदायत के 20 दिन के बाद फिर मोबाइल बरामदगी हो गयी। चर्चा है कि मोबाइल के साथ गांजा और गुटखे भी मिले थे। 

रिपोर्टर

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