जश्ने गौसे आजम में कौव्वाली का ज़ंगी मुकाबला और लंगरे आम संपूर्ण.।

पालघर.। न ताजदारों के न अमीरों के दिये जलते है तो सिर्फ फकीरों के.। जश्ने-ए गौसे आजम,पीरे तरीकत बाबा ऐ कौम व मिल्लत वालिये यतीम ल गुरबा व मसाकीन, पैकरे इंसानियत हजरत अल्लमा व मौलाना हजरत सैय्यद मीर शाह बाबा वाणी पाड़ा शिंगाव की जेरे सरपस्ती में विगत वर्षों की तरह इस वर्ष भी औद्योगिक शहर बोईसर पश्चिम टीमाँ के एमआयडीसी ग्राउंड में शुक्रवार की शाम बड़ी मेहफिल में जहां दूर-दूर से बाबा के खिदमतगार आये वहीं बड़ी संख्या में परिक्षेत्र के लब्ध प्रतिष्ठित गणमान्यों एवं हजारों के तादाद में दिल्ली से पहुंचे  कव्वाल हजरात सरफराज चिश्ती तथा मेराज वासरी का जंगी मुकाबला, सुमधुर सुरताल से संजी देशभक्ति के गीतों पर बरबस सभी का दिल  बाग-बाग करने वाली बेटी दिव्या पर खुशनुमा माहौल पर बरसती नोटों की बारिश के साथ प्रबुद्ध प्रतिष्ठित गणमान्यों का सैय्यद बाबा मीर शाह  के नजरे करम से शाँल भेंटदेकर अमनचैन एवं भाईचारे की अच्छी मिशाल एवं लंगरे आम(भंडारे) में शाकाहारी एवं मांसाहारी व्यंजनों का लोगों ने खुब लुप्त लिया।

       सैय्यद मीर शाह बाबा चैरिटेबल ट्रस्ट वाणी पाड़ा शिंगाँव बोईसर पूर्व के सौजन्य से विगत वर्षों की तरह शुक्रवार शाम जश्ने गौसे आजम में कौव्वाली शुरु होने से पूर्व मेहमान नवाजी एवं मेहफिल में शरीक होने पहुंचे तमाम प्रबुद्ध जनों जगदीश भाऊ धोड़ी, संजय ज.पाटील, प्रभाकर राऊल, शोभनाथ त्रिपाठी, अशोक सिंह, संजय सिंह, एस.पी.सिंह, नंदन मिश्रा,रामनरेश यादव, मौलाना जिआऊल हक, पत्रकार रामप्रकाश निराला, आशाद बन्ने शेख,प्रविण पाटील,अजित सिंह समेत कई स्वनामधन्य मेहमानों को आपसी मेल मूहब्बत एवं अमनचैन पसंद भाईचारे से  बिना मनमुटाव के सामंजस्य बनाकर रहने की दुहाई देते हुए सैय्यद मीर शाह बाबा के पाक हाथों से शाँल भेंटदेकर स्वागत किया गया।

           इस प्रोग्राम का बड़े ही सलीके से आयोजन अमर खान के मार्गदर्शन में शाकिर भाई,ईकबाल भाई,सलीम भाई,देवेन कंसारा, दीपक भावे,नाडकर्णी सर द्वारा किया गया। बेहतरीन सूत्र संचालन सभी मेहमानों का खैरमकदम करते हुए अलहिंद एकता फाऊंडेशन के ट्रस्टी भाई ईकरार अहमद सिद्दीकी ने किया.।

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