स्वच्छता का मुह चिढ़ाती गंदगी

बेंगलुरु । जहां एक तरफ सरकार शहर में स्वच्छता लाने के लिए तरह तरह के उपाय कर रही है वही शहर के कलासिपलयम परिसर में फैली गंदगी सारे स्वच्छता अभियान का पोल खोल दे रही है ।

गौरतलब हो कि शहर में स्वच्छता लाने के लिए सरकार द्वारा विविध योजना किए जा रहे हैं जगह-जगह पर कचरा कुंडी लगाए जा रहे हैं उसके बावजूद शहर का सबसे मशहूर परिसर  कलासिपलयम में सबसे अधिक गंदगी देखने को आसानी से मिल जाती है यहां पर रोजाना हजारों यात्री ट्रेवल बस से आते जाते रहते हैं उसके बावजूद इस परिसर में स्वच्छता का नामोनिशान तक नहीं है यूं ही सड़कों पर गंदगी फैली रहती है जिसे साफ करने वाला भी कोई जल्दी नहीं आता है इसी गंदगी में प्लास्टिक की थैलियां भी फेंकी हुई आसानी से दिखाई पड़ जाती है जिन्हें घूम रहे गाय खा लेते हैं और फिर वह बीमारी का शिकार हो जाते हैं यह आलम सिर्फ सड़कों का ही नहीं है बल्कि यहां बने शौचालय भी इतने गंदे हैं कि वहां पर किसी का आने जाने का मन ही नहीं करता जिसके कारण लोग कहीं सड़कों के एक कोने में खड़े होकर गंदगी फैला देते हैं स्वच्छता का दम भरनेवाली कर्नाटक सरकार को यह सब दिखलाइए नहीं पड़ रहा है जिसके कारण ऐसे ही गंदगी में यहां पर रहने को नागरिकों को मजबूर होना पड़ रहा है वही यहां के कुछ स्थानीय नागरिकों का कहना है कि इस गंदगी के कारण यह परिसर बदबू युक्त बना रहता है और इस गंदगी के चलते तरह तरह की बीमारियां लोगो को जकड़ रही है पर सरकार को लोगो के स्वास्थ की कोई भी चिंता नही रह गयी है जिसके कारण वह गंदगी की तरफ ध्यान ही नही दे रही है ।

रिपोर्टर

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