खुलासा : आशिकी में पत्नी ने ही कराई थी राजाराम की हत्या

जैतपुरा के अमानुल्लापुरा निवासी राजाराम की हत्या पिछले वर्ष 12 मई की रात उसकी पत्नी ने ही अपने प्रेमी और भाइयों से कराई थी। 13 मई को चौबेपुर के बभनपुरा गांव की झाड़ियों में राजाराम की क्षत विक्षत लाश मिली थी। राजाराम की बेटी और बहन ने पिछले वर्ष सितंबर में उसकी शिनाख्त की थी। तब से पुलिस हत्या की गुत्थी सुलझाने में जुटी थी। 

मुखबिर की सूचना पर पत्नी और उसके प्रेमी को पुलिस ने शुक्रवार को चिरईगांव प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र से गिरफ्तार कर लिया। मामले में वांछित पत्नी के दो भाई फरार हैं। दोनों पैगंबरपुर, सारनाथ के रहने वाले हैं। 

भाइयों से कहा, पति को रास्ते से हटाओ
एसएसपी के अनुसार पकड़ी गई महिला ने स्वीकार किया है कि शादी के बाद से उसका ससुराल की पड़ोस में रहने वाले पनारू से इश्क था। इसकी जानकारी होने पर पति ने जैतपुरा का मकान बेच दिया और परिवार के साथ सारनाथ में रहने लगा। पनारू वहां भी महिला से मिलने आने लगा। इस कारण राजाराम और उसकी पत्नी में आयेदिन मारपीट होती थी। छानबीन के दौरान पुलिस को महिला के घर से एक पत्र मिला मिला है जो उसने अपने भाइयों को लिखा था कि इसे (पति) मेरे रास्ते से हटाओ नहीं तो मैं जान दे दूंगी। इसके बाद पनारू के साथ भाइयों-कमलेश व बाबू ने राजाराम की हत्या की साजिश रची। इसके तहत राजाराम को बभनपुरा गांव में ले जाकर शराब पिलायी गई। नशे की हालते में उसके चेहरे और गुप्तांग पर पत्थर से मारकर उसकी हत्या कर दी।

ससुर से झूठ बोलती रही
महिला से जब भी उसके ससुर अपने बेटे बारे में पूछते थे तो वह यह कह देती थी कि राजाराम बाहर नौकरी के लिये गए हैं। पुलिस के अनुसार राजाराम के बच्चों ने उसकी माला देखकर कहा था कि यह पिताजी की है, लेकिन मां के डांटने के बाद वे भी कुछ नहीं बोल रहे थे। बहन व बेटियों ने पिछले वर्ष एक सितम्बर को उसके कपड़े और माला-जनेऊ के आधार पर राजाराम की पहचान की। 

रिपोर्टर

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