लोकल ट्रेनों में वरिष्ठ नागरिकों हेतु अतिरिक्त डब्बा की उठी मांग

पालघर ।। मुंबई की लाईफ लाईन कही जाने वाली उपनगरीय ट्रेनों(लोकलों) में विकलांगों एवं महिलाओं के लिए किये गये अलग से डब्बों की तरह अब वरिष्ठ नागरिकों हेतु अतिरिक्त डब्बों की जायज होती मांग को लेकर वसई-विरार ज्येष्ठ नागरिक संगठना के पूर्व अध्यक्ष एवं फिलहाल वसई रोड यात्री संघ के महामंत्री वरिष्ठ नागरिक अशोक भाटिया ने आवाज बुलंद करते हुए रेलवे का ध्यान परेशान लोगों की ओर से आकृष्ट कराया है।

बतातें चले कि पूर्व की भाजपा सरकार के रेलमंत्री पीयूष गोयल को पत्रक देकर लोकसभा चुनाव से पूर्व वसई रोड यात्री संघ ने वरिष्ठ नागरिकों की हो रही रेलमपेल उपनगरीय ट्रेनों में धक्कामुक्की से निजात दिलाने के लिए सभी लोकलों में कम से कम आधा डब्बा अथवा अतिरिक्त डब्बा लगाने की मांग की थीं। लेकिन कोई शुभ संदेश वापसी में नही आया है।

      ●वसई रोड यात्री संघ महामंत्री भाटिया ने उठाई आवाज●

वरिष्ठ नागरिक  एवं वसई रोड यात्री संघ के महामंत्री अशोक भाटिया के मुताबिक उपनगरीय ट्रेनों में वरिष्ठ लोगों के लिए 14 सीटें आरक्षित रखने का प्राविधान है।यह सभी सीटें  सेकंड क्लास के दो अलग डब्बों में सात-सात के बराबरी में अंदर की ओर दिवार के तरफ रहती है। यह केवल रेलवे की ओर से खानापूर्ति के लिए उँट के मूँह में जीरा के समान कागजों में जरूर की गयी है।परंतु डब्बों में वरिष्ठ नागरिकों को घुसने की क्या शामत आयी है। उन सीटों पर जवान जमें रहते है। इसके लिए क्या जरूरी है कि उन्हें वहां बैठने दिया जायेगा। यह तो मूर्ख बनाने वाली बड़ी बात है। ताज्जुब की बात है कि वरिष्ठता में नागरिकों के लिए सभी सरकारी दफ्तरों बैंकों, इंकमटैक्स, पोस्ट आफिस ईत्यादि में 60 वर्ष के पश्चात नागरिक वरिष्ठ मान लिये गये है लेकिन कुछ जन 65 वर्ष वरिष्ठ नागरिकों की श्रेणी मान रहे है।

गणमान्य वरिष्ठ नागरिक वसई रोड यात्री संघ के महामंत्री अशोक भाटिया का रेल प्रशासन एवं रेलमंत्री मैडम सीतारमण से अनुरोध किया है कि  वरिष्ठ नागरिकों की हो रही लोकल ट्रेनों में दुर्दशा के उपर ख्याल करते हुए फिर से कमियों का समीक्षा की जाय एवं लोगों को जरूरी सुविधाएं ट्रेनों में मुहैया कराई जाय.।

रिपोर्टर

संबंधित पोस्ट