33 महिने बाद पुलिस के हाथ आया अपहृत अमिनुल हक का नरकंकाल, एटीएस पालघर प्रमुख की रंग लाई मेहनत

पालघर ।। जिले के वाडा पुलिस क्षेत्रान्तर्गत एक फार्महाउस से कुछ 33 महीने पहले लापता नाबालिग की गुत्थियां आखिर शुक्रवार को एटीएस पालघर ने सुलझा दी।

    ★शौचालय टंकी से मिला नरकंकाल का अवशेष★

 बतादें कि क्षेत्र के एक फार्महाउस में काम कर रहे असम निवासी नाबालिग 16 वर्षीय अमिनुल हक मुमताज अली के लापता होने की खबर 28 दिसंबर 2016 को स्थानीय पुलिस स्टेशन में दर्ज करायी गयी थीं जिसें बाद में 17 मार्च 2017 को अपहृत होने की एवज में मुकदमा लिख लिया गया।

●चचेरा भाई ही निकला कातिल, एटीएस की मेहनत रंग लाई.●

बताया जाता है कि स्थानीय पुलिस ने नाबालिग के गुमशुदगी को लेकर कई एंगल से जांच शुरू करते हुए केरल एवं कर्नाटक में उसके संर्पक सूत्र के आधार पर देशविरोधी गतिविधियों तथा समाज विरोधी शक्तियों के साथ जुड़े रहने की शंका को लेकर इसे एटीएस पालघर को जांच सौप दी गयी ।दिसंबर 2018 से विशेष चौकसी शुरू करते हुए एटीएस ने ऐसे असमाजिक तत्वों की तलाश में लगी रही जिनसे सुराग हाथ लगे,इसी दौरान साथ रहे अपहृत के चचरे भाई मंसुर मुहम्मद अकबर अली पर शक की सुई जा रुकी। फिर क्या था एटीएस ने पुरी जांच को ही उसी पर केन्द्रित करते हुए फोकस में असम से केरल तक नेटवर्क लगाकर सबूतों के आधार पर आखिर उसे कबूल करने पर मजबूर कर दिया कि उसी ने अमिनुल हक की हत्या कर फकरुद्दीन खानभाई चित्तलवाला के वाडा स्थित फार्महाउस के पास शौचालय की टंकी में लाश डाल रखी है।

       ◆शाबाश हिम्मत की दाद देते है मानसिंह पाटिल साहब◆

एटीएस चीफ मानसिंह पाटिल ने मिले सबूतों एवं जानकारियों के आधार पर अधिकारियों, वाडापुलिस निरीक्षक,माननीय दंडाधिकारी,चिकित्साधिकारी के उपस्थिति में आरोपी के कबूलनामे के अनुसार मौका -ए-बरदात से शौचालय टंकी के अंदर से आखिर कार अमिनुल हक का अवशेष नरकंकाल को बरामद कर लिया है।

इस कार्यवाही में एटीएस के तमाम पुलिस कर्मचारियों का सहयोग काबिले तारीफ रहा है ऐसा एटीएस चीफ मानसिंह पाटिल ने मीडिया को बताया है।

रिपोर्टर

संबंधित पोस्ट